रांची(ब्यूरो)। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) रांची भारत में स्थापित नौवें आईआईएम सीएफए इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी एफिलिएशन प्रोग्राम (यूएपी) का हिस्सा बन गया है। इस संबद्धता के माध्यम से भारतीय प्रबन्धन संस्थान रांची, सीएफए के साथ भी सहयोग करेगा ताकि कक्षा में वास्तविक दुनिया के बारे में सीखने का एक उदाहरण पेश किया जा सके। इससे छात्रों को यह लाभ हो सकेगा कि वे विभिन्न सत्रों और अवसरों के माध्यम से उन्हें दुनिया भर के व्यवसायियों से बहुमूल्य उद्योग से अंर्तदृष्टि प्राप्त होगी।

क्या है सीएफए

भारत में सीएफए प्रोग्राम की बढ़ती मांग के साथ सीएफए इंस्टीट्यूट ने भी देश में अपना विस्तार किया है, और रांची सहित सात नए शहरों में परीक्षा केंद्र शुरू किए हैं। इससे सीएफए प्रोग्राम करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए इसकी उपलब्धता और सुविधा बढ़ेगी। इन सात नए केंद्रों के अलावा फरवरी 2023 की परीक्षा के बाद चार और केंद्र खोले जा चुके हैं, जिसके बाद सीएफए प्रोग्राम के परीक्षा केंद्र भारत के 23 शहरों और विश्व के 400 से ज्यादा शहरों में उपलब्ध हो गए हैं। किसी भी विश्वविद्यालय को एफिलिएशन प्रोग्राम के लिए संस्थान को अपने कोर्स में सीएफए प्रोग्राम कैंडिडेट बॉडी ऑफ नॉलेज(सीबीओके) का कम से कम 70 प्रतिशत एम्बेड करने की जरूरत होती है। एफिलिएशन प्रोग्राम को कक्षाओं में व्यावहारिक ज्ञान लाने के लिए सीएफए इंस्टीट्यूट के साथ काम करने का मौका देता है।

उद्योग को होगा लाभ

आरती पोरवाल, कंन्ट्री हेड, इंडिया, सीएफए इंस्टीट्यूट ने कहा भारतीय प्रबन्धन संस्थान रांची के यूएपी में शामिल होने पर सम्मानित महसूस कर रही हूं। इस साझेदारी से भारतीय प्रबन्धन संस्थान रांची, देश में निवेश करने वाले प्रबन्धन के क्षेत्र में प्रगति करने वाले युवा उद्योगपति के एक व्यापक प्रतिभा को लगातार सहयोग करने के लिए अपने समर्पण को दर्शाता है। सीएफए इंस्टीट्यूट अनुसंधान, विचार नेतृत्व और शिक्षा परियोजनाओं पर एक साथ काम करने के लिए भी तत्पर है जो उद्योग को बड़े पैमाने पर लाभान्वित करेगा। इसके अलावा हम सीएफए प्रोग्राम को पूरे देश के विद्यार्थियों तक ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने के लिए अपने परीक्षा केंद्रों का तेजी से विस्तार कर रहे हैं।