रांची(ब्यूरो)। राजधानी के एयरपोर्ट की पार्किंग पर अवैध पार्किंग की समस्या थमने का नाम नहीं ले रही है। एयरपोर्ट की पार्किंग पर हमेशा अवैध पार्किंग की शिकायतें सामने आती रहती हैं। निश्चित दर से बढ़ा कर पार्किंग शुल्क एयरपोर्ट की पार्किंग में वसूला जाता है। यहां का पार्किंग शुल्क 30 रुपए निर्धारित है, लेकिन 90 से 100 रुपए तक वसूली हो रही है। इसकी शिकायत भी एयरपोर्ट अथॉरिटी और लोकल थाना से की गई लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। अभी हाल ही में पार्किंग को लेकर आम पब्लिक और पार्किंग एजेंट के बीच कहा सुनी हुई, जिसके बाद पार्किंग एजेंट द्वारा निर्धारित शुल्क से अतिरिक्त राशि वापस करनी पड़ी। एयरपोर्ट पर यात्रियों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का मामला इन दिनों लगातार देखने को मिल रहा है। एयरपोर्ट पर पार्किंग एजेंसी लेने वाली कंपनी लोगों से अवैध वसूली कर रही है। जब लोग इसका विरोध करते हैं तो पार्किंग में बैठे लोग पहले उनसे बदसलूकी करते हैं और फिर जब लोग उन्हें प्रबंधन को शिकायत करने की धमकी देते हैं तो पैसे वापस कर देते हैं।

पैसेंजर से बदसलूकी भी

पिछले दिनों एयरपोर्ट पर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। दरअसल, बीते सप्ताह दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने जब पार्किंग का जायजा लिया तो देखा गया कि कई यात्रियों से अवैध वसूली की जा रही है। जब हमने एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाली गाडिय़ों के चालकों से बात की तो कई गाड़ी चालकों ने बताया कि गलत तरीके से पैसे की वसूली की जा रही है। कैमरे के सामने नहीं आने की शर्त पर लोगों ने बताया कि पार्किंग में बैठे लोगों द्वारा 30 रुपए की जगह 90 रुपए देने को कहा जाता है। नहीं देने पर गाड़ी आगे नहीं ले जाने की धमकी भी दी जाती है। वहीं यदि कोई इससे इन्कार कर दें तो उसके साथ बदसलूकी भी की जाती है। एयरपोर्ट से बाहर निकल रहे एक शख्स ने बताया कि उनसे भी 30 की जगह 90 रुपए लिए गए थे। लेकिन जब इसका विरोध किया गया तो पार्किंग में बैठे लोग उनसे बहस करने लगे। जब उन्होंने प्रबंधन से इसकी शिकायत करने की बात कही तो फिर उन्हें 60 रुपए वापस कर दिए गए।

तिगुना वसूल रहा एजेंट

प्राइवेट नंबर प्लेट वाली गाडिय़ों के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से आधे घंटे तक एयरपोर्ट में रहने के लिए 30 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। लेकिन जिन्हें जानकारी नहीं है वैसे लोगों से पार्किंग में बैठे लोग दोगुना से भी अधिक राशि वसूल लेते हैं। वहीं कोई जानकार व्यक्ति जब रेट चार्ट दिखाने या प्रबंधन से बात कराने को कहता है तो ये लोग टाल-मटोल करने लगते हैं। पार्किंग की समस्या सिर्फ राजधानी की सड़कों, मार्केट और मॉल के आसपास ही नहीं है, बल्कि सिटी के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड भी इससे अछूते नहीं हैं। रेलवे स्टेशन पर हर दिन हजारों लोग पहुंचते हैं, कोई सिटी से बाहर जा रहा होता है तो कोई दूसरे राच्य या जिले से रांची आता है। उन्हें रिसीव करने वाले रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं। यही हाल एयरपोर्ट पर भी रहता है। हर दिन सैकड़ों टू व्हीलर, फोर व्हीलर एयरपोर्ट आते हैं। लेकिन यहां ढंग का पार्किंग प्लेस नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

एजेंसी व लोकल लोगों के बीच झड़प

पार्किंग नहीं होने का फायदा ठेकेदार और वसूली गैंग उठाते हैं। वैसे तो एयरपोर्ट पार्किंग की जिम्मेवारी प्राइवेट एजेंसी को दी गई है। लेकिन यहां एजेंसी और लोकल लड़कों के बीच हमेशा कहा-सुनी होती रहती है। एजेंसी के लोगों का कहना है कि कुछ स्थानीय लोग जबरन आकर बदतमीजी करते हैं, रोकने-टोकने पर गाली-गलौज और मारपीट भी करते हैं। कुछ दिनों पहले लोकल लोगों ने सीसीटीवी कैमरा उखाड़ दिया था, जिसके बाद काफी हंगामा हुआ। पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का भी आरोप एजेंसी ने लोकल लोगों पर लगाया है। पार्किंग शुल्क हो या पिक एंड ड्रॉप के नाम पर वसूली, सिर्फ आम नागरिकों से ही यहां वसूला जा रहा है। वहीं, जब वीआईपी व्हीकल एयरपोर्ट पर आता है उनसे किसी प्रकार की कोई राशि नहीं ली जाती है। जबकि सामान्य वाहन या फिर कैब द्वारा पैसेंजर को एयरपोर्ट स्टेशन पर छोड़कर आते ही उनसे पैसे ले लिये जाते हैं। इसके लिए पिक एंड ड्रॉप लेन मेें वसूली गैंग के एजेंट बैठे रहते हैं। आते-जाते हर किसी पर ये लोग नजर रखते हैं।