-न गाड़ी की सही जानकारी, न सिक्योरिटी की गारंटी

-रोस्पा टावर पार्किग में चार्ज भी नगर निगम की पार्किग से डबल

-प्रॉपर तरीके से नहीं की जाती गाडि़यों की पार्किग

RANCHI : राजधानी में हर जगह रोड साइड में पार्किग का नगर निगम ने टेंडर कर दिया है। लेकिन कई प्राइवेट पार्किग में गाड़ी लगाने के नाम पर वसूली तो की जा रही है पर सिक्योरिटी के नाम पर वहां कोई इंतजाम नहीं है। इतना ही नहीं, कोई भी पर्ची दिखाकर आसानी से गाड़ी लेकर जा सकता है। कुछ ऐसी ही हालत मेन रोड स्थित रोस्पा टावर का भी है, जहां पार्किग के नाम पर चार्ज तो वसूला जा रहा है लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं।

निगम की पार्किग से भी महंगी

नगर निगम की सभी पार्किग में ग्रीन पार्किग सिस्टम लागू है, जिसके तहत बाइक की पार्किग का चार्ज 5 रुपए तीन घंटे के लिए है। लेकिन रोस्पा टावर की प्राइवेट पार्किग में बाइक लगाने के लिए 10 रुपए चार्ज है। इससे साफ है कि नगर निगम की पार्किग से भी महंगी है।

रसीद में नहीं भरते सही जानकारी

बाइक लगाने के बाद लोगों को एक रसीद थमाई जाती है। जिसमें नंबर तक नहीं लिखा जाता है और न गाड़ी की पूरी जानकारी नहीं लिखी जाती। पार्किग का टाइम तक नहीं लिखा जाता है। इससे समझा जा सकता है कि कैसे पार्किग के नाम पर केवल वसूली की जा रही है।

बेतरतीब पार्किंग से परेशानी

प्राइवेट पार्किग में चार्ज काफी हाई है। लेकिन व्यवस्था के नाम पर न तो प्रॉपर पार्किग की जाती है और न ही वहां पर सफाई होती है, जिससे कि गाड़ी पार्क करने वालों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कई गाडि़यों को डैमेज भी कर दिया जाता है, जिसकी भरपाई भी कस्टमर को खुद करनी पड़ती है।