रांची : राज्य में उग्रवादियों के खिलाफ पुलिस का आपरेशन लगातार रंग ला रहा है। खूंटी में दस लाख के इनामी हार्डकोर पीएलएफआइ उग्रवादी शनिचर सुरीन के एनकाउंटर करने वाली टीम के लिए सोमवार को सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान डीजीपी ने टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र और नकद ईनाम देकर सम्मानित किया। मौके पर डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि इस राज्य से पीएलएफआइ का जड़ से सफाया होगा। हर बार मुठभेड़ से बच निकलने वाले पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप अगला टारगेट है। उसका भी दिन जल्द आने वाला है। डीजीपी ने एनकाउंटर की तारीफ करते हुए कहा कि पिन प्वाइंट इंफार्मेशन के आधार पर खूंटी पुलिस ने एनकाउंटर के लिए आपरेशन की प्ला¨नग की। इसके बाद खूंटी पुलिस की सैट (स्मॉल एक्शन टीम) ने शनिचर सुरीन का एनकाउंटर कर दिया। जगुआर व सीआरपीएफ ने इलाके में कां¨बग ऑपरेशन चलाया। हालांकि पूरी सफलता का श्रेय खूंटी पुलिस की टीम को जाता है।

बंटेगी दस लाख की राशि

डीजीपी ने इस मौके पर घोषणा की है कि एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों के बीच 10 लाख रुपये की इनाम की राशि बंटेगी। इससे पहले खूंटी एसपी आशुतोष शेखर समेत पांच पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र और नकद इनाम दिया गया। कार्यक्रम के दौरान आइजी मानवाधिकार अखिलेश झा, आइजी प्रोविजन प्रभात कुमार, डीआइजी कार्मिक ए विजयालक्ष्मी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

दोनों एनकाउंटर बड़ी उपलब्धि

डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि गुमला में बुद्धेश्वर व खूंटी में शनिचर का एनकाउंटर बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि खूंटी में चले इस अभियान की मॉनिट¨रग रांची डीआइजी पंकज कंबोज कर रहे थे। जगुआर एसपी अनूप बिरथरे की भी अभियान व सूचना जुटाने में अहम भूमिका रही। जबकि लातेहार एसपी प्रशांत आनंद व एसपी एसआइबी शिवानी तिवारी को भी एनकाउंटर की योजना बनाने में लगाया गया था। वहीं एसपी खूंटी आशुतोष शेखर ने अपनी टीम के साथ मिलकर पूरी प्ला¨नग की और सफलतापूर्वक ऑपरेशन चलाया। एनकाउंटर को लेकर अफसरों की टीम लगातार वार रूम से सक्रिय थी। एडीजी आपरेशन संजय आनंद लाठकर व आइजी अभियान अमोल वी होमकर की भी पूरे मामले में अहम भूमिका रही।

इन्हें किया गया सम्मानित

डीआइजी रांची पंकज कंबोज, डीआइजी जगुआर व स्पेशल ब्रांच अनूप बिरथरे, खूंटी एसपी आशुतोष शेखर, एसआइबी एसपी शिवानी तिवारी, लातेहार एसपी प्रशांत आनंद, एएसपी अभियान खूंटी रमेश कुमार, एसडीपीओ तोरपा ओमप्रकाश तिवारी, इंस्पेक्टर तोरपा दिग्विजय सिंह, रनिया थानेदार रोशन कुमार सिंह, रनिया के एसआइ संदीप कुमार, आरक्षी बुलू भगत, चंदन कुमार, सचेंद्र सिंह, रामाधार सिंह, हवलदार मनोज कुमार राम, ठनकु उरांव, उमेश प्रधान, उमेश महतो, ललित सिंह, आनंद कुमार, चंदन कुमार, सकलदीप कुमार, मंटू प्रधान, अनूप लकड़ा, नरेश चंद्र बोदरा, दुर्गा उरांव।