RANCHI: झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने विधानसभा चुनाव के बाकी चार चरणों से संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारियों सह उपायुक्तों को ताकीद की है कि 30 नवंबर को पहले चरण के मतदान में जो कमियां रह गई हैं, वे किसी भी हाल में दोहराई नहीं जानी चाहिए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सोमवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चुनाव तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।

पहले चरण की कमियां

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहले चरण में कई कमियां सामने आई हैं। टोकन व्यवस्था ही पूरी तरह लागू नहीं हो पाई। कुछ मतदान केंद्रों में बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं होने की रिपोर्ट मिली है। इस कारण मतदान के लिए मतदाता लंबी कतार में खड़े थे। उन्होंने अगले चुनावों में टोकन सिस्टम को पूरी तरह लागू करने तथा मतदाताओं के बैठने की पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया। कलस्टर प्वाइंट पर केंद्रीय सशस्त्र बलों के लिए भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया।

वोटर लाने-भेजने की हो व्यवस्था

उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा कारणों से मतदान केंद्रों के भवन बदलने पर मतदाताओं को लाने व पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था हो। मतदान केंद्र बदले जाने की जानकारी नहीं होने से कई मतदाता मतदान से वंचित हो जाते हैं। उन्होंने मतदान केंद्र के लेआउट से संबंधित प्रावधानों के अनुसार ही मतदान कक्ष में चुनाव कर्मियों के बैठने की व्यवस्था का निर्देश दिया। मौके पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कृपा नंद झा तथा शैलेश कुमार चौरसिया भी उपस्थित थे।

दूसरी जगह न पहुंच जाएं मतदान कर्मी

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने हेलीड्रॉपिंग के लोकेशन के कोऑर्डिनेट्स का री-वेरीफिकेशन भवन निर्माण विभाग के संबंधित पदाधिकारी व विशेषज्ञ से अनिवार्य रूप से कराने का निर्देश दिया है। कहा कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक संबंधित विभाग के साथ कोऑर्डिनेंट करेंगे, ताकि निर्धारित लोकेशन पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग को लेकर किसी तरह की गलतफहमी न हो। बता दें कि पहले चरण में लातेहार के कुछ निर्वाचन कर्मियों को हेलीकॉप्टर से छत्तीसगढ़ पहुंचा दिया गया था। हालांकि, समय पर सभी को वापस ले आया गया था। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस तरह की गलती दोबारा नहीं होने की बात कही है।

वेबकास्टिंग का ट्रायल एक दिन पहले करें

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने वेबकास्टिंग के लिए एक दिन पहले ही ट्रायल कर लेने का निर्देश दिया, ताकि मतदान के दिन इसमें किसी प्रकार की बाधा न आए। उन्होंने मतदान के बाद वैसे कलस्टरों, जहां इंटरमीडियरी स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं, वहां सभी प्रत्याशियों के एजेंट के रात में रुकने के निर्वाचन आयोग के प्रावधान का सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश दिया। कहा कि इस संबंध में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के नोडल पदाधिकारी को जानकारी दें, ताकि किसी तरह की गलतफहमी न हो।