रांची: झारखंड को साइबर फ्रॉड ने अपना सेंटर बना दिया है। एटीएम फ्रॉड को अंजाम देने वाले साइबर अपराधियों का गढ़ जामताड़ा को माना जाता है। लेकिन साइबर अपराधियों के नए गढ़ के तौर पर राजस्थान का भरतपुर और दिल्ली एनसीआर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। दिल्ली एनसीआर के साइबर अपराधी जीवन बीमा, शादी, हनीमून, नौकरी और गिफ्ट के नाम पर लोगों की मोटी रकम उड़ा रहे हैं। वहीं, ओएलएक्स पर आर्मी, सीआइएसएफ आदि के लोगों का वाहन बिक्री के नाम पर राजस्थान के भरतपुर के साइबर अपराधी लोगों को लूट रहे हैं। अभी झारखंड के कई लोगों को दिल्ली एनसीआर और भरतपुर के अपराधी शिकार बना चुके हैं। मणिपुर का नाम भी साइबर अपराधियों की फेहरिस्त में जुड़ गया है। झारखंड निवासी आइटीबीपी के एक जवान को यूरोपियन महिला द्वारा हुस्न का जादू दिखा मोटी रकम ऐंठने का एक मामला भी सामने आया है। हालांकि, इस मामले में अब तक जवान द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है। उक्त जवान दूसरे राज्य में पदस्थापित हैं।

हर साल बढ़ रहे आंकड़े

राज्य में करीब 1850 मामले साइबर अपराध के सामने आ चुके हैं। इनमें रांची में 444, जमशेदपुर में 210, देवघर में 235, जामताड़ा में 284, बोकारो 130, कोडरमा में 57, सरायकेला में 71, गिरिडीह 134, गुमला में 17, गोड्डा में 05, हजारीबाग में 14 और धनबाद में 23 मामले अप्रैल 2020 तक सामने आ चुके हैं।

ठगी के तरीके

एटीएम फ्रॉड: साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं और एटीएम का नंबर और ओटीपी मांग कर खाते से पैसे उड़ा लेते हैं। जामताड़ा के साइबर अपराधी सैकड़ों लोगों को शिकार बना चुके हैं। इनमें पुलिस, पत्रकार, नेता, अभिनेता सभी शामिल हैं।

बीमा: बीमा कंपनी का अफसर बन फोन करते हैं। कहते हैं कि आपकी बीमा की अवधि समाप्त हो रही है। आप अगर एजेंट के जरिए बीमा कराएंगे तो ज्यादा पैसे लगेंगे। बेहतर होगा कि आप अपना पॉलिसी नंबर दें। पैसा ऑनलाइन भेजें, बीमा अपडेट कर दिया जाएगा। सीसीएल के रिटायर्ड कर्मी आनंद कुमार राय से इसी तरह दिल्ली एनसीआर के साइबर अपराधी ने 91 लाख रुपए ठग लिये थे। मामले की शिकायत पर पुलिस ने दिल्ली से साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया। अपराधी के अकाउंट में 88 लाख रुपए थे, जिसे पुलिस ने फ्रीज करा दिया। बचे हुए तीन लाख रुपए भी पुलिस ने सीसीएल अधिकारी को दिला दिए।

फेसबुक से गिफ्ट: फेसबुक के जरिए साइबर अपराधी फर्जी अकाउंट के जरिए पहले दोस्ती करते हैं। फिर तीन-चार माह बाद कहते हैं कि मैंने आपको शानदार और कीमती गिफ्ट आपके पत्ते पर भेजा है। कुछ दिनों बाद फोन आता है कि मैं कस्टम अधिकारी बोल रहा हूं एयरपोर्ट पर आपका सामान आया है। इसके एवज में टैक्स जमा कर आप अपना सामान ले जाएं। पैसा जमा करने के बाद सामान नहीं मिलता। बजरा निवासी अजय सिंह से इसी तरह 84 लाख रुपए नाइजीरिया मूल के साइबर अपराधी जेम्स विलियम्स ने ठग लिये थे। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा। फिलवक्त वह रांची जेल में है।

शादी डॉट कॉम: शादी डॉट कॉम बैचलर लोगों को जीवन साथी तलाशने में मदद करने वाली वेबसाइट है। लेकिन, अब इसका इस्तेमाल भी साइबर ठग कर रहे हैं। हाल के दिनों में दो पुरुषों और पांच युवतियों को दिल्ली एनसीआर के साइबर अपराधियों ने निशाना बनाया है। साइबर ठग फर्जी तरीके से अपनी शादी का प्रोफाइल शादी डॉट कॉम पर अपलोड करते हैं।

नौकरी डॉट कॉम: बेरोजगार युवक-युवतियां नौकरी के चक्कर में ऑनलाइन साइटों पर आवेदन करते रहते हैं। इसका फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं। अब वे बेरोजगारों को पहले प्रॉसेसिंग फीस के नाम पर पैसा लेते हैं। फिर इंटरव्यू के नाम पर। इसके बाद रफू-चक्कर हो जाते हैं। दिल्ली एनसीआर के साइबर अपराधी इस तरह की वारदात को ज्यादा अंजाम दे रहे हैं।

ओएलएक्स: इस मोबाइल ऐप का इस्तेमाल लोग पुराने सामान को बेचने के लिए करते हैं। लेकिन इस ऐप को भी साइबर अपराधियों ने अपनी कमाई का जरिया बना लिया है। इस काम में राजस्थान के भरतपुर के साइबर अपराधी माहिर हैं। वे ओएलएक्स पर आर्मी और सीआइएसएफ के जवानों और अफसरों के वाहन को उनकी पहचान पत्र के साथ पोस्ट करते हैं। ताकि लोग पूरी तरह से विश्वास कर लें। लोग अच्छी कंडीशन के वाहन सस्ते में मिलता देख आकर्षित होते हैं और पैसा देकर फंस जाते हैं। पिछले दिनों दिल्ली की पुलिस अपराधियों को पकड़ने भरतपुर गई थी। तब साइबर अपराधियों और उस गांव के लोगों ने उस अफसर को पीटकर अधमरा कर दिया था। हाल ही में रांची के कई लोगों को इस गिरोह ने शिकार बनाया है।