- पर्यटन स्थलों की ओर जानेवाले राजमार्गों पर खुलेंगे टूरिस्ट सर्विस सेंटर

- बड़े टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित होगा लुगुबरू और रजरप्पा

- 39 करोड़ रुपये से देवघर में कांवरिया पथ निर्माण, शिवगंगा में कंट्रोल एंड कमांड सेंटर तथा स्वागत द्वार

- 2021-22 में पर्यटन क्षेत्रों में परिवहन साधनों की सुलभता का होगा प्रयास, जिससे इससे स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार।

रांची : स्टेट गवर्नमेंट की न्यू टूरिज्म पॉलिसी से यूथ के लिए इम्प्लॉयमेंट का रास्ता खुलेगा। इस नीति का उद्देश्य पर्यटन में निवेश को बढ़ावा देना तथा स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने अपने बजट अभिभाषण में स्पष्ट रूप से कहा कि इस प्रस्तावित नीति को लागू करने के लिए बजट में आवश्यक प्रविधान किए गए हैं। इस नीति में पर्यटन के क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोत्साहन तथा सब्सिडी के प्रविधान किए जा रहे हैं। इसमें बिजली, पानी की सुविधा के अलावा टैक्स में छूट आदि शामिल हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर होंगे डेवलप

पर्यटन क्षेत्रों के विकास की बात करें तो लुगुबुरू एवं रजरप्पा को वृहत पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। वहां टूरिस्ट्स को सभी तरह सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक संरचनाओं का निर्माण कराया जाएगा। बजट में राज्य सरकार का जोर जलाशयों में जलक्रीड़ा तथा पर्यटन आकर्षण क्षेत्रों में साहसिक क्रीड़ा को बढ़ावा देने पर भी है। राज्य में पर्यटन की असीम संभावनाएं होते हुए यहां के कई पर्यटन स्थलों पर लोग इसलिए नहीं जाते क्योंकि उनके लिए वहां सुविधाएं नहीं होतीं। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने पर्यटन स्थलों की ओर जानेवाले राजमार्गों पर यात्रा करनेवाले पर्यटकों की सुविधा के लिए पर्यटक सुविधा केंद्र खोलने की नई योजना ली गई है। इन केंद्रों में यात्रियों के आवासन, भोजन, आराम की सुविधा के साथ-साथ पर्यटक वाहन भी उपलब्ध रहेंगे। राज्य सरकार ने देवघर फूड क्राफ्ट संस्थान में इसी साल से होटल प्रबंधन में डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा भी की है। राज्य सरकार पर्यटन से जुड़े सभी व्यवसायों के विकास पर भी जोर देगी ताकि यहां के लोगों को रोजगार मिल सके।

रोप वे पर जोर

राज्य सरकार दुर्गम पर्यटन क्षेत्रों में पर्यटकों की सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए रोप वे स्थापित करेगी। राज्य सरकार का मानना है कि इससे पर्यटक वहां आने के लिए आकर्षित भी होंगे।

होम स्टे को बढ़ावा

राज्य सरकार राज्य के ग्रामीण विरासतों (सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक आदि) के संव‌र्द्धन के लिए होम स्टे को बढ़ावा देगी। इससे पर्यटकों के रहने की समस्या दूर होगी तथा स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।