रांची(ब्यूरो)। दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (आईआईटीएफ) में झारखंड की सखी मंडलों द्वारा निर्मित उत्पादों की धूम रही। बिक्री भी जमकर हुई। पलाश ब्रांड के जरिए सखी मंडल के उत्पादों को बिक्री के लिए सरस आजीविका मेले में रखा गया था। पलाश ब्रांड के सरसों तेल, अचार, हनी, मड़ुआ आटा, मसाले एवं साबुन की काफी डिमांड थी। वहीं पलाश के अचार भी लोगों के लिए आकर्षण के केंद्र में थे। बांस, ओल एवं महुआ के अचार लोग काफी पसंद किए। ट्रेड फेयर के दौरान करीब 6 लाख रुपये के पलाश के उत्पादों की बिक्री हुई। वहीं पलाश उत्पादों की गुणवत्ता को देखते हुए करीब 15 लाख रुपए के सप्लाई ऑर्डर भी दीदियों को मिले हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पहल पर राज्य की सखी मंडल की बहनों द्वारा निर्मित उत्पादों को पलाश ब्रांड से जोड़ा गया है एवं बड़े बाजार से जोडऩे की पहल की जा रही है। अब तक करीब 60 से ज्यादा उत्पाद पलाश के अंतर्गत बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। वहीं राज्य में कुल 158 पलाश मार्ट के जरिए बिक्री के लिए पलाश उत्पाद उपलब्ध हैं। अमेजन एवं फ्लिपकार्ट पर भी पलाश उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध है। इस पहल से राज्य की 2 लाख से ज्यादा सखी मंडल की बहनों को फायदा हो रहा है।

आदिवा ज्वेलरी की रिकार्ड बिक्री

सखी मंडल की बहनों द्वारा निर्मित आदिवासी पारंपरिक ज्वेलरी ब्रांड आदिवा ने इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बिक्री का नया कीर्तिमान स्थापित किया। धनतेरस के मौके पर लॉंन्च की गई ज्वेलरी ब्रांड आदिवा के तहत कुल 9 लाख रुपए के गहनों की बिक्री हुई। आदिवा ट्राइबल ज्वेलरी लोगों को काफी पसंद आई और राज्य के सांस्कृतिक एवं पारंपरिक आभूषणों को सहेजने एवं नई पहचान देने की इस पहल को लोगों ने खूब सराहा। आदिवा ज्वेलरी के निर्माण से जुड़ी खूंटी की यशोदा देवी ने बताया कि आदिवा के ब्रांड की वजह से बिक्री काफी अच्छी हुई है, हम सरकार को पलाश ब्रांड के तहत आदिवा शुरू करने के लिए धन्यवाद देते हैं। इस पहल से हमारे आदिवासी गहनों को एक नई पहचान मिली है।

गुणवत्ता बरकरार रखने की दी सलाह

ग्रामीण विकास सचिव डॉ मनीष रंजन ने सखी मंडल की बहनों को आईआईटीएफ के सरस आजीविका में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए बधाई दी है। उन्होनें दीदियों को उत्पादों की गुणवत्ता बरकरार रखने की सलाह देते हुए कहा कि पलाश ब्रांड सखी मंडल की बहनों को सफल उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा एवं इस पहल से सखी दीदियों के सपने साकार होंगे। डॉ रंजन ने आदिवा एवं पलाश से जुड़ी दीदियों की सराहना करते हुए कहा कि ये उत्पाद आपकी जिंदगी को बदलने के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। इससे सखी मंडल की बहनें आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त होंगी।

पलाश व आदिवा ने झारखंड को दी नई पहचान

झारखंड स्टेट लाईवलीहुड प्रोमोशन सोसाईटी की सीईओ नैन्सी सहाय ने आईआईटीएफ में पलाश एवं आदिवा की अच्छी बिक्री पर खुशी जताई एवं सखी मंडल की बहनों की जमकर सराहना की। उन्होने कहा कि आने वाले दिनों में पलाश ब्रांड के तहत और भी उत्पादों को जोडऩे की तैयारी की जा रही है। उन्होने कहा कि इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में दीदियों द्वारा निर्मित उत्पादों की काफी बिक्री हुई, जो सखी मंडल की दीदियों के लिए सराहनीय है। पलाश एवं आदिवा की गुणवत्ता बरकरार रखते हुए और दीदियों को पलाश से जोडऩे की कोशिश की जा रही है। पलाश एवं आदिवा ने आईआईटीएफ में झारखंड का मान बढ़ाया है। ये अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों का ही नतीजा है कि पलाश के उत्पादों को 15 लाख रुपये का सप्लाई ऑर्डर भी प्राप्त हुआ है।