RANCHI: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने की सुगबुगाहट तेज हो चली है। महागठबंधन का स्वरूप कैसा होगा और कौन-कौन दल शामिल होंगे, इसे लेकर मुख्यमंत्री और जेएमएम लीडर हेमंत सोरेन बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान हुई बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुखदेव भगत और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह भी मौजूद थे।

कांग्रेस के झारखंड प्रभारी के साथ बात

मंगलवार की प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुखदेव भगत के साथ दिल्ली गए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बुधवार की सुबह कांग्रेस के झारखंड प्रभारी बीके हरिप्रसाद के साथ मीटिंग हुई। इस मीटिंग में महगठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर आ रही अड़चनों पर विशेष रूप से चर्चा हुई। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ सीएम हेमंत सोरेन बैठे और विधानसभा चुनावों से संबंधित मुद्दों पर बात की।

जेडी यू हो सकता है शामिल

जेडी यू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन को बिहार विधानसभा के दस सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली सफलता को देखते हुए झारखंड में भी जेडी यू को जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के साथ महागठबंधन में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, सीएम हेमंत सोरेन ने महागठबंधन में आजसू और जेवीएम को शामिल होने की बात को एक सिरे से नकार दिया। अभी के सिचुएशन में अगर महागठबंधन होता है तो इसमें कांग्रेस, जेएमएम, आरजेडी और जेडीयू के अलावा कुछ निर्दलीय विधायकों को शामिल किया जा सकता है।

सीटों को लेकर है अड़चन

महागठबंधन में सबसे बड़ी अड़चन सीटों के बंटवारे को लेकर है। कांग्रेस और जेएमएम के बीच सीटों को लेकर बात नहीं बन रही है। जेएमएम द्वारा कांग्रेस को याद दिलाया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के पहले जो निर्णय हुआ था उसके मुताबिक, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि विधानसभा में जेएमएम के खाते में ज्यादा सीटें दी जाएंगी। लेकिन, लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए जेएमएम के साथ फिर से सीटों के बंटवारे पर बात करने के मूड में है, जिस कारण महागठबंधन आकार नहीं ले पा रहा है।

यह है सीटों के बंटवारे का खेल

जेएमएम और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीटों के बंटवारे पर बात तो हो रही है, पर सहमति नहीं बन पा रही है। कांग्रेस वैसे सीटों पर दावा कर रही है, जिन सीटों पर वह ख्009 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थी, लेकिन जेएमएम का कहना है कि पिछले पांच सालों में उन सीटों पर पार्टी की पकड़ मजबूत हुई है, ऐसे में उनका भी हक इन सीटों पर बनता है।