- 12 वाडरें के शहरी दुकानदारों को वेंडर मार्केट में करना होगा आवेदन

- 5901 रजिस्टर्ड दुकानदारों को फ‌र्स्ट फेज में बैंक से मिलेगा आत्मनिर्भर बनने को लोन

- अटल स्मृति वेंडर मार्केट में शुरू होगा बैंक स्टेटमेंट का सत्यापन

- हर वार्ड में इनका सत्यापन किया जाएगा, बैंक स्टेटमेंट और अकाउंट के आधार पर तय होगी लोन की राशि

- रांची के छोटे दुकानदारों को सरकार कर रही है आर्थिक मदद

कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के बाद लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। शुरुआत राजधानी के करीब 6000 वैसे छोटे व्यवसायियों से की जा रही है, जो सड़कों पर छोटे-मोटे सामान बेचते हैं। भारत सरकार की आत्मनिर्भर योजना के तहत रांची की सड़कों पर सामान बेचने वाले करीब 6000 लोगों को किफायती दर पर लोन दिया जाएगा, ताकि उनका बिजनेस एक बार फिर चल निकले। वे किसी संकट में न फंस जाएं, इसलिए उन्हें एक तरह से बूस्टर दिया जा रहा है।

ढाई महीने से बंद हैं दुकान

इसके लिए रांची नगर निगम ने शहर में चिन्हित सभी छोटे दुकानदारों को उनके बैंक अकाउंट के आधार पर लोन देने की तैयारी शुरू कर दी है। लॉक डाउन के ढाई महीने पूरे होने को हैं। इनमें अधिकतर लोगों का व्यवसाय पूरी तरह से बंद है। जो थोड़ी अधिक पूंजी वाले लोग हैं वह तो फिर भी खुद अपना काम शुरू कर सकते हैं, लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो हर दिन काम करते हैं और परिवार चलाते हैं। इन लोगों के सामने आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है। इसलिए भारत सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए नगर विकास विभाग ने राजधानी के छोटे दुकानदारों को पैसा देकर उनके काम को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।

हर वार्ड के लिए अलग डेट तय किया गया है

रांची नगर निगम से रजिस्टर्ड 5901 दुकानदार हैं। उनके बैंक अकाउंट का सत्यापन लोन देने के लिए किया जाना है। इसके लिए रांची नगर निगम ने वार्ड वाइज डेट भी निर्धारित कर दिया है। कचहरी रोड स्थित अटल स्मृति वेंडर मार्केट में सुबह के 10 बजे से शाम के 5 बजे तक वार्ड वाइज दुकानदारों का बैंक पासबुक सत्यापित किया जाएगा।

लोन दिलाने में भी मदद

अटल स्मृति वेंडर मार्केट आकर अपने बैंक पासबुक को सत्यापित करने का मकसद है कि नगर विकास विभाग शहरी क्षेत्र के छोटे दुकानदार जिनका बिजनेस पूरी तरह से बैठ गया है उनको सरकार की योजना के तहत कम इंटरेस्ट पर लोन दिलाएगी। इसके लिए उनके बैंक स्टेटमेंट के आधार पर तय होगा कि उनको कितना लोन दिया जा सकता है। वह कितने लोन लेने के बाद बैंक को पैसा वापस करने में सक्षम हैं। जिनका बैंक स्टेटमेंट अच्छा होगा, जिनका बिजनेस का टर्नओवर ठीक-ठाक होगा वह बैंक से व्यवसाय को फिर से खड़ा करने के लिए बड़ा अमाउंट भी लोन ले सकते हैं। वहीं छोटे व्यवसायी, जो हर दिन काम करते हैं उनके लिए भी है कि उनके बैंक स्टेटमेंट के आधार पर सरकार कम से कम लोन भी उपलब्ध कराएगी ताकि वह आसानी से वापसी कर सकें। इन सभी को लोन दिलाने में निगम की ओर मदद भी किया जाएगा।

कब किस वार्ड केदुकानदारों की बारी

- 9 और 10 जून को - वार्ड संख्या 1, 28, 29, 30, 31, 32, 33, 34, 35, 36, 37, 38 के दुकानदारों की बारी।

- 11 और 12 जून को - वार्ड संख्या 3, 4 , 5, 6, 8, 10, 11, 12, 19, 20, 21 के दुकानों की बारी।

- 13 से 17 जून के बीच - वार्ड संख्या 13, 14 ,15, 17, 18, 22, 23, 24, 26, 27, 28 के दुकानदारों की बारी।

- 18 और 19 जून को - 39, 40, 44, 45, 46, 47, 48, 50 के दुकानदारों की बारी।