RANCHI:राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आंशिक लॉकडाउन (स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह) को एक सप्ताह के लिए सख्ती के साथ बढ़ाया जाएगा। अभी जहां रात के आठ बजे तक राज्य में दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई थी, अब पांच मई तक सभी दुकानें (अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर) दोपहर दो बजे तक ही खुलेंगी। इसे लेकर दोपहर के तीन बजे तक ही मूवमेंट की इजाजत होगी। आगामी छह मई की सुबह छह बजे तक यह आदेश प्रभावी रहेगा। मौजूदा प्रतिबंध अब छह मई तक जारी रहेंगे।

अब और कड़ाई

पूर्व में रा<स्हृद्द-क्तञ्जस्>य सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 22 अप्रैल की सुबह छह बजे से 29 अप्रैल की सुबह छह बजे तक के लिए लागू किया था, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इसमें और सख्ती बरतने के आदेश के साथ इस स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। सीएम की अध्यक्षता में आयोजित उ<स्हृद्द-क्तञ्जस्>च स्तरीय समिति की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव पूजा सिंघल व आपदा प्रबंधन प्रभाग के सचिव अमिताभ कौशल उपस्थित थे।

क्या-क्या है नए आदेश में

रा<स्हृद्द-क्तञ्जस्>य के मुख्यसचिव सुखदेव सिंह की ओर से बुधवार को आदेश जारी कर दिया गया, जिसमें स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि विस्तार के दौरान लगाई जाने वाली पाबंदियों को विस्तार से बताया गया है। इसके तहत क्या-क्या निर्देश दिए गए हैं, यहां जानिए:

1. दवा दुकान, हेल्थ केयर और मेडिकल इक्विप्मेंट से जुड़े सामान की दुकानों पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

2. पेट्रोल पंप, एलपीजी और सीएनजी आउटलेट्स पर भी कोई पाबंदी नहीं होगी।

3. सरकारी राशन दुकान, प्राइवेट ग्रोसरी शॉप दिन के 2 बजे तक ही खुले रहेंगे। होम डिलीवरी को बढ़ावा देने की बात कही गई है।

4. होलसेल, रिटेल शॉप, फल वाले स्ट्रीट वेंडर, सब्जी विक्त्रेता, अनाज, दूध एवं दूध से तैयार उत्पाद बेचने वाले, मिठाई की दुकानें और खाने-पीने से जुड़ी सभी तरह की दुकानें केवल दिन के 2 बजे तक खुली रहेंगी।

5. सामान ढोने वाले सभी वाहनों को चलने में कोई पाबंदी नहीं। सामान की लोडिंग-अनलोडिंग में भी कोई पाबंदी नहीं।

6. कृषि से जुड़े सभी काम बिना प्रतिबंध के चलेंगे। कृषि उपकरणों की दुकानें 2 बजे तक ही खुली रहेंगी।

7. कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी पर कोई पाबंदी नहीं होगी, लेकिन कंस्ट्रक्शन से जुड़े सामान बेचने वाली दुकानें केवल 2 बजे तक ही खुली रहेंगी।

8. ई-कॉमर्स, डिलीवरी एवं पिकअप, वेटनरी केयर शॉप, गाड़ी बनाने वाले वर्कशॉप, शराब की दुकानें भी 2 बजे बंद हो जाएंगी।

9. बैंकों, फायनांशियल इंस्टीट्यूशंस, इंश्योरेंस कंपनी, सेबी से रजिस्टर्ड ब्रोकर भी 2 बजे तक ही खुले रहेंगे।

10. पब्लिक ट्रांसपोर्ट को प्रतिबंध से बाहर रखा गया है।

सामान्य आक्सीजन लेवल वाले जेनरल वार्ड में होंगे शिफ्ट

आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में सीएम ने कहा कि वर्तमान में अस्पतालों में आक्सीजन वाले बेड की किल्लत देखी जा रही है। वैसे कोरोना संक्त्रमित जिनका आक्सीजन स्तर सामान्य हो चुका है और उसके बावजूद वे ऑक्सीजन वाले बेड का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जाए। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया कि जिन्हें आक्सीजन वाले बेड की जरूरत है, उन्हें आक्सीजन वाला बेड उपलब्ध कराएं। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कम से कम 50 अतिरिक्त सामान्य बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।

विशेषज्ञ डाक्टर्स की एक टीम बनाएं

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) या बड़े निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम का गठन करें। यह टीम सदर अस्पताल व अन्य अस्पतालों में इलाजरत कोरोना संक्त्रमित मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण करेगी और जरूरत के अनुसार बेहतर चिकित्सा उपचार के सिलसिले में आवश्यक सलाह देगी। यह टीम इस बात की भी जानकारी लेगी कि किन संक्त्रमित को आक्सीजन वाले बेड की जरूरत है और किसका सामान्य वार्ड में इलाज हो सकता है।

कॉरपोरेट जगत से लें सहयोग

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे रा<स्हृद्द-क्तञ्जस्>य में स्थित उद्योगों से कोरोना महामारी से लड़ाई के लिए सहयोग लेने के लिए कदम उठाएं। इसके तहत उनसे कोविड अस्पताल सहित अन्य जरूरी चिकित्सीय संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाने के लिए कहा जाए, ताकि रा<स्हृद्द-क्तञ्जस्>य में कोरोना संक्त्रमितों के उपचार में कोई परेशानी न हो। कॉरपोरेट जगह के सहयोग से कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में मदद मिल जाएगी।