- सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट के घर मेड ने किया बेटे और बुजुर्ग महिलाओं पर हमला

- तीन को गंभीर रूप से घायल करने के बाद लगा ली फांसी

- लोहे के खल से सात साल के बच्चे पर किया कई वार

बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातु ¨सदवारटोली में एक दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया है। सीआरपीएफ के एक असिस्टेंट कमांडेंट के घर पर मेड ने पहले खूब उत्पात मचाया, फिर फांसी के फंदे पर झूलकर खुदकुशी कर ली। घायलों में असिस्टेंट कमांडेंट का एक सात साल का बच्चा और मां एवं सास शामिल हैं। तीनों को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

घर पर नहीं थे कमांडेंट

घटना गुरुवार की है। सीआरपीएफ में तैनात असिस्टेंट कमांडेंट डॉ जगत आनंद सुरीन अपनी पत्‍‌नी के साथ बाजार गए थे। इसी बीच उनकी मेड सलोनी होरो ने अचानक कमांडेंट की मां एलिस सुरीन, बेटे प्रियांक सुरीन और सास सुभानी होरो पर हमला कर दिया। सलोनी ने लोहे के हथियार (खल) से वार कर तीनों को घायल कर दिया। कमांडेंट के घर में काम कर रहे मजदूरों ने किसी तरह सलोनी को हमला करने से रोका और उसे एक कमरे में बंद कर दिया।

सीसीटीवी में कैद हुई घटना

डॉ जगत अपने पूरे परिवार के साथ बरियातू थाना क्षेत्र स्थित जोगो पहाड़ के समीप ¨सदवारटोली में रहते हैं। गुरुवार को उनके मेड की करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बताया जाता है कि डॉ जगत की पत्नी डॉ हेलेन होरो श्रम विभाग में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी हैं। गुरुवार को डॉ जगत आनंद पत्नी के साथ बाजार गए थे। इसी बीच उनकी मेड सलोनी होरो ने अचानक डॉ जगत के बेटे प्रियांक सुरीन, मां एलिस सुरीन और सास सुभानी होरो पर हमला कर दिया। सभी को सलोनी लोहे की ओखली से मारती रही। जब घर में मौजूद पिता ने रोका तो उन्हें भी धक्का दे दिया। इस दौरान पूरे घर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। इसबीच घर में काम करने वाले मजदूर भी वहां पहुंच गए। सभी ने पकड़कर सलोनी को घर के स्टोररूम में ले जाकर बंद कर दिया। इस दौरान सलोनी चीखती-चिल्लाती रही।

खबर मिलते ही पहुंचे घर

डॉ जगत को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वैसे ही वे घर लौटे। तत्काल सभी घायलों को इलाज के लिए रिम्स ले गए। वहां से बेहतर इलाज के लिए सभी को मेडिका ले गए। घायलों में बेटे व मां की स्थिति गंभीर है। इधर, देर रात जब असिस्टेंट कमांडेंट अस्पताल से घर लौटे तो सलोनी का हाल-चाल लेने के लिए उसके कमरे में गए। वहां कमरे में सलोनी फंदे से झूलती मिली। आनन-फानन में मामले की जानकारी बरियातू पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया।

साड़ी में छिपाकर लाई थी ओखली

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि सलोनी साड़ी में छिपाकर ओखली लाई थी। सोफे पर सो रहे डॉ जगत के बेटे के पास पहुंची। बेटे के पास आकर धीरे से ओखली निकाली और सिर पर वार करने लगी। बेटे ने शोर मचाया, लेकिन वह मारती रही। यह देख बगल में बैठी बेटी वहां से भागी और अपनी दादी व नानी को बताया। नानी-दादी बीच में आई, तो उनपर भी हमला कर दिया।

मानसिक रूप से परेशान थी सलोनी

पुलिस की पूछताछ में असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया है कि सलोनी पिछले 8 सालों से उनके यहां काम कर रही थी। वह खूंटी के कर्रा की रहने वाली थी। पिछले कुछ दिनों से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह तनाव में रह रही थी। उसकी स्थिति बिगड़ती देख तीन फरवरी को उसे रिनपास में इलाज के लिए भी ले जाया गया था। इस दौरान डॉ जगत ने रिनपास के डॉक्टर से अनुरोध किया था कि उसे अस्पताल में भर्ती करें। लेकिन उस समय डॉक्टरों ने यह कहते हुए उसे भर्ती नहीं किया कि सलोनी की स्थिति वैसी नहीं है कि उसे अस्पताल में भर्ती लिया जा सके। डॉक्टरों के इन्कार के बाद वे वापस लेकर घर चले आए थे।

आक्रमक हो रही थी सलोनी

डॉ जगत के अनुसार सलोनी इन दिनों आक्रमक हो रही थी। वह अचानक सभी से गुस्सा हो जाती थी। हाल के दिनों में वह तनाव में रह रही थी। कहती थी कि वह अपने घर नहीं जाएगी। कमांडेंट ने बताया कि उसका बेटा जब से खूंटी में रहने लगा, तब से वह परेशान रहती थी। बेवजह कहा करती थी कि उसे घर नहीं जाना, यहीं रहना है। सलोनी के बेटे की पढ़ाई लिखाई डॉ जगत के परिवार ने ही करवाया है। अब खूंटी में ही काम करता है। सलोनी का बेटा घटना की जानकारी मिलने के बाद रांची पहुंच गया।