रांची : राज्य में लगातार कम हो रहे कोरोना संक्रमण के मामले के बावजूद सरकार जांच की गति में कोई कमी करने के पक्ष में नहीं है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जांच की रफ्तार बढ़ाई ही जा रही है। अब मोबाइल टे¨स्टग लैब से भी कोरोना जांच की तैयारी चल रही है। इस बाबत पांच मोबाइल टे¨स्टग वैन दिल्ली से रांची भी पहुंच गई है। एक सप्ताह के अंदर इसके माध्यम से जांच शुरू किए जाने की तैयारी है। बड़ी बात यह है कि इसके माध्यम से कोरोना की आरटी-पीसीआर जांच होगी।

आउटसोर्सिंग के तहत टेस्ट

राज्य सरकार ने मोबाइल टे¨स्टग लैब के संचालन की जिम्मेदारी आउटसोर्सिंग के तहत जेआइटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड को दी है। पांच ऐसे मोबाइल लैब के संचालन के लिए एमओयू पर भी हो चुका है। इस प्रयास में कोरोना जांच के राज्य नोडल पदाधिकारी ने सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर प्रत्येक जिले में इसके लिए एक नोडल पदाधिकारी बनाने तथा टीकाकरण के लिए स्थान चिह्नित कर पूरी रिपोर्ट देने को कहा है। यह स्थल पंचायत भवन, सामुदायिक भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र आदि हो सकते हैं। इसके लिए विशेष शिविर का भी आयोजन किया जा सकता है।

नए सिरे से आवंटन

इधर, राज्य में संचालित आठ सरकारी स्थायी आरटी-पीसीआर लैब में कोरोना की जांच के लिए जिलों का आवंटन नए सिरे से कर दिया है। इसके तहत रिम्स में रांची, बोकारो तथा खूंटी के सैंपल की जांच होगी। साहिबगंज सदर अस्पताल में संचालित लैब में साहिबगंज के सैंपल की जांच होगी। इसी तरह दुमका मेडिकल कॉलेज में देवघर, दुमका, गोड्डा तथा पाकुड़, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में हजारीबाग, चतरा, कोडरमा तथा रामगढ़, इटकी आरोग्यशाला में गुमला, लोहरदगा तथा सिमडेगा, एमजीएम- जमशेदपुर में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम तथा सरायकेला-खरसावां, पलामू मेडिकल कॉलेज मे पलामू, लातेहार तथा गढ़वा तथा पीएमसीएच में धनबाद, जामताड़ा तथा गिरिडीह के सैंपल की जांच होगी।