रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में एक बार फिर से मॉड्यूलर टॉयलेट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। नगर निगम ने इनकी संख्या में इजाफा करने का निर्णय लिया है। सिटी में अब कई इलाके हैं जहां टॉयलेट की जरूरत है। इसे देखते हुए नगर निगम की ओर से 256 मॉड्यूलर टॉयलेट्स बनाने का निर्णय लिया गया है। इनमें करीब दो करोड़ रुपए खर्च आएंगे। इसके लिए टेंडर हो चुका है, अगले महीने से काम शुरू होने की संभावना है।

कहां बनेंगे टॉयलेट्स

शहर में सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए शौचालयों की संख्या बढ़ाई जा रही है। शहर में पहले से भी करीब 300 टॉयलेट स्थापित हैं। सिटी के 140 स्थानों पर मॉड्यूलर शौचालयों की 250 सीटें स्थापित हैं। राहगीर इसका प्रयोग भी करते हैं। इसी उद्देश्य के लिए इसका निर्माण भी कराया गया था। अब वैसे इलाके जहां मॉड्यूलर या सुलभ शौचालय नहीं है, उन इलाकों में टॉयलेट बनवाए जाएंगे।

मेनटेनेंस पर भारी खर्च

वर्तमान में शहर भर में कुल 321 शौचालय हैं। इनमें से 38 सामुदायिक शौचालय हैं, और 33 सार्वजनिक शौचालय हैं, जिसमें लोगों को भुगतान करके उपयोग करना है। इसके अलावा 140 स्थानों पर मॉड्यूलर टॉयलेट्स की 250 सीट लगी हुई हैं। नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार, एक मॉड्यूलर शौचालय के लिए हर महीने 3000 रुपए का खर्च आता है। मॉड्यूलर टॉयलेट की साफ-सफाई में हर महीने करीब चार लाख रुपए खर्च किए जाते हैं। वहीं एक सुलभ शौचालय के लिए एक महीने में 19,000 रुपए का खर्च आता है। शौचालय की सफाई के लिए पूरी रांची को 4 जोन में बांटा गया है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि दिन में 3 बार शहर के सभी शौचालयों की सफाई कराई जाती है। हर सफाई के बाद कर्मचारी शौचालय की फोटो खींचकर नगर निगम को भेजते हैं। हालांकि, तीन बार सफाई कराने के बाद भी लोगों द्वारा सही से इस्तेमाल नहीं करने की वजह से गंदगी रह जाती है। कई स्थानों पर टॉयलेट में लगे उपकरण भी टूट चुके हैं। इनकी रिपेयरिंग भी नहीं कराई जा रही है।

कम्यूनिटी टॉयलेट्स का फ्री होगा यूज

आने वाले दिनो में सामुदायिक शौचालयों में फ्री सर्विस मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए नौ कम्यूनिटी टॉयलेट्स को चिन्हित किया जाएगा, जहां लोग इसका फ्री यूज कर सकेंगे। फाइनांशियल रूप से कमजोर लोगोंं द्वारा सामुदायिक शौचालयों का अत्यधिक उपयोग किया जाता है, और शौचालय के उपयोग पर उनका दैनिक खर्च उनके लिए एक बोझ है। समुदाय की सहायता के लिए, आरएमसी द्वारा 9 सामुदायिक शौचालयों को नि:शुल्क किया जाएगा। वहीं, आने वाले दिनों में फ्री कम्यूनिटी टॉयलेट्स की संख्या में इजाफा करने का भी प्रस्ताव है। साथ ही जरूरत के अनुसार शौचालयों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी। जिन सामुदायिक शौचालयों को फ्री किया गया है, उनमें, मांडा तार, पाहन टोला, धोबी मोहल्ला, चुन्ना भट्टा, खेलगांव चौक, होटवार न्यू खेलगांव, हटिया, मौलाना आजाद कॉलोनी नवाडीह, शालीमार मार्केट धुर्वा, तुपुदाना रोड हटिया शामिल हैं।

स्वच्छता बढ़ाने के नए तरीके

आरएमसी के सिटी मैनेजर रूपेश रंजन ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य शहर की स्वच्छता को बढ़ाने के लिए नवीन तरीकों को अपनाना और लागू करना है। आरएमसी 53 वार्डोंं की स्वच्छता नागरिक केंद्रित बनाना चाहता है। मॉड्यूलर शौचालयों की संख्या शहर के अलग-अलग भागों में बढ़ाई जाएगी, ताकि निवासियों की सहायता हो सके। मॉड्यूलर टॉयलेट्स के विषय में आम नागरिकों को कहना है कि यह काफी सुविधाजनक है। इससे नेचुरल कॉल के समय काफी हेल्प हो जाती है। मॉड्यूलर टॉयलेट की व्यापक उपलब्धता उन्हें हमारे उपयोग के लिए अविश्वसनीय रूप से सुविधाजनक बनाती है। हालांकि, टॉयलेट में स्वच्छता शायद ही कभी देखी जाती है, क्योंकि यह अक्सर जनता द्वारा उपयोग की जाती है। इसके अलावा कुछ टॉयलेट बंद हैं, अन्य अच्छी स्थिति में नहीं हैं, और जो अच्छे हैं वे गंदे हैं।

टॉयलेट्स की संख्या में इजाफा किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर सकें।

-कुंवर सिंह पाहन, एएमसी, रांची