रांची: सात जिलों के मोस्टवांटेड अमन साव से पूछताछ में पुलिस ने कई जानकारियां हासिल की हैं। इंट्रोगेशन के दौरान अमन साव बोला कि वह सुजीत सिन्हा के इशारे पर रंगदारी मांगने का काम करता था। इसके लिए वो इंटरनेट के माध्यम से व्यवसायियों को कॉल करता था। शहर के धुर्वा से पकड़े गए अमन साव को पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की। इस दौरान अमन ने खुलासा किया है कि वह पूरे राज्य के कोयला जगत में वर्चस्व स्थापित करना चाहता था। इसके लिए उसने अपने गैंग को सुजीत के गैंग में मर्ज कर दिया था और उसी के इशारे पर रंगदारी मांगता था। अमन ने पुलिस को बताया कि वह रंगदारी मांगने के लिए इंटरनेट के जरिए लोगों को कॉल करता था।

गैंग कर रहा था मजबूत

अमन साव ने पुलिस को बताया कि वह रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, लातेहार सहित कई जिलों के अपराधियों को अपने गैंग से जोड़ रहा था। खुद को मजबूत कर सके, इसलिए गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से हाथ मिलाया था और अपने गैंग को सुजीत के गैंग में मर्ज कर दिया था। उसने बताया कि गैंग को मर्ज करने के बाद सुजीत सिन्हा के इशारे पर रंगदारी वसूलना शुरू कर दिया था। रंगदारी देने से इनकार करने पर हत्या की योजना बनाता था। इसी कड़ी में रांची के चार व्यावसायियों की हत्या करने वाला था। इससे पहले रांची पुलिस ने अमन साव सहित पूरे गैंग के छह आरोपियों को दबोच लिया।

मोबाइल सिम नहीं राउटर करता रहा यूज

अमन ने बताया है कि वह मोबाइल सिम का इस्तेमाल नहीं करता था। इसकी जगह राउटर का इस्तेमाल करता था। राउटर के जरिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल करता था। इंटरनेट के जरिए कॉल कर लोगों से रंगदारी मांगता था। कभी-कभी रंगदारी मांगने के लिए फोन कॉल करता था तो सिम तुरंत फेक देता था।

अमन का हुआ कोविड-19 टेस्ट

पुलिस ने पूछताछ के बाद अमन को कोविड-19 टेस्ट कराने के बाद वापस जेल भेज दिया है। उसकी कोविड-19 रिपोर्ट रात के करीब 10 बजे आई। इसके बाद उसे जेल भेजा गया। बता दें कि बीते 18 जुलाई को अमन को गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को जेल भेजने के साथ ही उसे रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में पुलिस की ओर से अर्जी दी गई थी।

बरामद नहीं हुई एके 47 राइफल

रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने अमन से एके 47 राइफल के बारे में पूछताछ की। उसे बरामद करने का प्रयास किया गया पर पुलिस इसमें विफल रही। उसने कहा कि पीएलएफआई के जोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप के पास दोनों एके 47 राइफल छोड़ आया है। उसने बताया कि चुटिया में 12 जुलाई को जब उसके पांच शूटर पकड़े गए तभी उसने खूंटी के तपकरा में पीएलएफआई के जोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप के पास दोनों एके 47 हथियार रख दी।

पुलिस के लिए चुनौती थी अमन साव की अरेस्टिंग

इससे पहले अमन को उसके शूटर जयशंकर दुबे उर्फ राहुल दुबे के साथ धुर्वा से दबोचा गया था, उस पर राज्यभर के अलग-अलग थानों में 49 मामले दर्ज हैं। अमन साव धनबाद, रांची, रामगढ़, पलामू, हजारीबाग, चतरा और लातेहार जिले की पुलिस के लिए चुनौती बन गया था। हजारीबाग के उरीमारी, बड़कागांव, डाड़ीकला, गिद्दी, केरेडारी थाना क्षेत्र, चतरा जिले के पिपरवार थाना क्षेत्र, लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र में कार्यरत कोयला कंपनियों, ट्रांसपोर्टर और उद्यमियों से लेवी मांगा करता था। लेवी नहीं देने पर देने पर जान से मारने की धमकी के साथ-साथ वाहनों को जलाने की भी धमकी देता था।