रांची (ब्यूरो)। नागमण्डल कार्यक्रम कि शुरुआत में नाट्य.लय के शिवम मनोहरन ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया.नाटक कि शुरुआत नायक एवं नायिका कि मनमोहन दृश्य से सुरजीत शादी से हुई जिसके शुरू होते ही संपूर्ण सभागार तालियों की गडग़ड़ाहट से गूँज उठ। ततपश्चात हर एक दृश्य में कलाकारों के प्रदर्सन को देखकर दर्शक तालियां बजाते रहे.मुख्य किरदारों में (अपन्न.- रानी,कुरुध्वा कापन्ना के अभिनय को दर्शकों के द्वारा खूब सराहना मिली.कहानी मनुष्य और ज्योतियों के किरदार को दर्शकों को बहुत पसंद किया.हर दृश्य बहुत ही मनभावक थे.मंच पर नाग और कुत्ते कि लड़ाई का दृश्य लाइट के साथ बहुत ही खूबसूरत है.कुल मिल.कर नाटक बहुत आकर्षक था.नाटक का निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के टाय विंग से डिप्लोमा कि डिग्री प्राप्त कर चुके रौशन सौरभ शर्मा और आयुषी भद्रा ने किया.साउंड ऑपरेटर नाट्य.लय कि छात्रा अंकिता केरकेट्टा थीं.लाइट में प्रदीप बोस (बुबु दा) और साउंड सेटप देवाशीष जी ने की.सेट डिजाइन और लाइट परिकल्पना में मुख्य रूप से रौशन सौरभ शर्मा ,कुलदीप, देवाशीष थे.कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में राँची विश्विविद्यालय कि कुलपति डॉ कामनी कुमार एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में परफोर्मिंग एवं फ़ाईन आट्र्स विभाग कि निदेशिका डॉ नीलिमा पाठक, प्रशिक्षक श्री विपुल नायक,कुलसचिव डॉ मुकुंद मेहता,सी सी डी सी प्रो राजेश उपाध्याय, छात्र कल्याण विभाग से डॉ राजकुमार शर्मा,परीक्षा नियंत्रण से डॉ ए के झा,वितीय अधिकारी डॉ कुमार ए एंन शाहदेव एवं कुलानुशासक डॉ टी एन साहू,मिशन ब्लू के पंकज सोनी,भोजपुरी युवा विकास मंच के अध्यक्ष आशुतोष द्विवेदी,भ.जपा नेता अनिल कुमार राम,मुकेश नायक,भ.जपा नेता,जितेंद्र सिंह पटेल,कुमुद झा,चतुर साहू,को नाटक के अंत में संम्मानित किया गया। नाटक के मुख्य भूमिका में शुकंठ ठाकुर, तन्वी बरदियार, अनुष्का भद्रा (अपन्न। रानी),आयुषी भद्रा ,शिवम मनोहरन -कुरुध्वा कापन्ना,नागपा -अथर्व सिन्हा, मनशी विस्वाश-कहानी,अभीषेक सूरज -मनुष्य,चिराग, बादल, अनुष्का, सचलिन -जोतिया,बादल -बुज़ुर्ग, बाल कलाकार के रूप में चिराग़, अनुष्का, सचलिन ने भूमिका निभाई, सहायक निर्देशक -मंच प्रबधक सुकंठ ठाकुर,आयुषी भद्रा,अंकिता केरकेट्टा, तन्वी बरदियार,अथर्व सिन्हा, अभिषेक यादव,नृत्य प्रशिक्षक आयुषी भद्रा,वस्त्र सज्जा सावित्री कुमारी,प्रकाश ,परिकल्पना रौशन सौरभ शर्मा एवं बुबु दा, रूप सज्जा कविता एवं दीपिका एवं मंच संचालन र.वा के मृणाल पाठक के द्वारा किया गया.इस नाटक का उद्देश्य महिलाओं के प्रति लोगों कि मनोस्थिति में बदलाव लाना है एवं इस कोरोना काल मे अवस्था से उदाशीन हुए झारखंड के कलाकारों को उत्साहित करना था.साथ ही छेत्रीय रंगमंच को बढ़ावा देना है.नाटक के अंत मे अतिथियों के आशीर्वचनो के साथ हुवा.इस कार्यक्रम में झारखंड के अन्य कर्मठ रंगकर्मी संजय लाल,कमल बोस,दीपक लोहार,शशांक पाठक,अवनीश भारद्वाज, अनिल ठाकुर के साथ अन्य गणमान्य अतिथि -पंकज सोनी,आशुतोष द्विवेदी ,अनिल कुमार,जितेंद्र सिंह पटेल,मुकेश नायक,चतुर साहू,राजू पोद्दार आदि कई उपस्थित थे। यह जानकारी नाट्य.लय के संस्थापक शिवम मनोहरन ने दी।