-- सभापति ने किया औचक निरीक्षण

--465 करोड़ की लागत से बना है नया भवन, प्रधानमंत्री ने किया था उद्घाटन

-- बड़ा हादसा होने से टला, दोषी पदाधिकारी एवं संवेदक के खिलाफ कार्रवाई के आदेश

--पुस्तकालय विकास समिति के सभापति डा। इरफान अंसारी ने किया निरीक्षण

रांची : झारखंड विधानसभा के नए भवन की लाइब्रेरी की फॉल्स सीलिंग का एक हिस्सा गुरुवार की देर रात टूटकर गिर गया। इससे किसी प्रकार के जानमाल की हानि नहीं हुई। 465 करोड़ की लागत से बने नए विधानसभा भवन का बीते साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। घटना की सूचना मिलने के बाद विधानसभा की पुस्तकालय विकास समिति के सभापति डा। इरफान अंसारी, झरिया की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, बरही विधायक उमाशंकर यादव अकेला एवं खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और निर्माण में घोटाले का आरोप मढ़ा। विधायक ने इस दौरान विभाग के पदाधिकारियों एवं संवेदक को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण विधानसभा का सत्र सुचारू रूप से नहीं चल रहा था, वरना एक बड़ा हादसा होने से कोई नहीं रोक सकता था। पूर्व की रघुवर दास की सरकार में लगभग 1500 करोड़ रुपये का टेंडर कर ऐसे संवेदक को कार्य आवंटन कर दिया गया, जिसका उदाहरण आज सामने है।

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निर्माण के दौरान लगी थी आग

विधानसभा भवन के निर्माण के दौरान पिछले साल दिसंबर माह में आग लग गई थी। आग भवन के पिछले हिस्से में लगी थी, जहां विपक्षी लाबी और प्रेस कक्ष आदि है। जांच में आग की वजह शार्ट सर्किट बताई गई थी।

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विधानसभा में फिलहाल आवाजाही पर बंदिशें

कोरोना की वजह से विधानसभा में एंट्री पर पाबंदी है। विधानसभा सचिवालय के ज्यादातर कर्मियों को आवास से ही आवश्यक कार्य निपटाने को कहा गया है। कुल क्षमता का 30 फीसद कर्मी रोजाना आते हैं। विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कक्ष समेत विधायकों के बैठने के स्थान पर जाने की पूरी तरह मनाही है।

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लाइब्रेरी की सि¨लग टूटने की जानकारी मिलने के बाद मैंने विधानसभा के सचिव से पूछताछ की है। यह तकनीकी विषय है और संवेदक बताएंगे कि ऐसा क्यों हुआ? मेरे कार्यकाल में यहां सत्र की शुरुआत हुई है। क्षतिग्रस्त हिस्से का जल्द निर्माण कराने का आदेश दिया गया है।

रबीन्द्रनाथ महतो

अध्यक्ष, झारखंड विधानसभा

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मैंने मुख्य सचिव और भवन निर्माण विभाग के सचिव से इस संबंध में बातचीत की है। अन्य स्थानों पर भी अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी है तो उसे ठीक कराने को कहा गया है। अधिकारियों की टीम को भी विधानसभा पहुंचकर मुआयना करने की बात कही गई है।

महेन्द्र प्रसाद

सचिव, झारखंड विधानसभा

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