- नई स्क्रैप पॉलिसी को लेकर शुरू हुई रांची में तैयारी

- 05 लाख वाहन राज्य भर में होंगे सड़क से बाहर

-15 साल पुरानी गाडि़यों को चलने से रोक दिया जाएगा

- 4.92 लाख आउटडेटेड वाहन हैं झारखंड में

- 3.21 लाख निजी और 1.71 लाख व्यवसायिक वाहन

- 62.48 लाख वाहनों का हुआ रजिस्ट्रेशन झारखंड गठन के बाद

देश भर में जल्द ही स्क्रैप पॉलिसी लागू होगी। इसके साथ ही राजधानी की सड़कों से 76 हजार गाडि़यां बाहर हो जाएंगी। यह वाहन 15 साल से अधिक पुराने हैं। झारखंड बनने के बाद राज्य में 62,48,571 निजी और व्यावसायिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। केंद्र सरकार ने पुराने व्यावसायिक वाहनों की लाइफ 12 साल और पुराने निजी वाहनों की लाइफ 15 साल निर्धारित कर दी है। इस अवधि को पार कर चुके सभी वाहन स्क्रैप हो जाएंगे। इनमें सबसे अधिक 1,02,633 वाहन पूर्वी सिंहभूम के हैं। दूसरा नंबर रांची का है। यहां वाहनों की संख्या 76,683 है। धनबाद तीसरे नंबर पर है, जहां 70,536 वाहन स्क्रैप हो चुके हैं।

सबसे ज्यादा टू-व्हीलर्स स्क्रैप

बजट में स्क्रैप नीति के एलान के बाद परिवहन विभाग ने पुरानी गाडि़यों की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। अप्रैल से यह वाहन सड़क से हटाने की कवायद शुरू होगी। नई स्क्रैप नीति का असर रांची जिले में सबसे अधिक दोपहिया वाहनों पर पड़ेगा। परिवहन विभाग अधिकारियों की मानें तो 20 साल पुराने कुल वाहनों में दोपहिया की संख्या दो तिहाई से भी ज्यादा है। परिवहन विभाग के निर्देश के बाद राज्य भर के सभी परिवहन पदाधिकारियों ने 15 साल पुराने वाहनों का डेटा तैयार करना शुरू कर दिया है।

पुराने वाहनों से बढ़ रहा प्रदूषण

सड़क पर दौड़ रहे पुराने खटारा वाहन प्रदूषण का भी बड़ा कारण हैं। खस्ताहाल दौड़ रहे यह वाहन भारी मात्रा में धुंआ उगलते हैं। इसके चलते ही एनजीटी भी ऐसे वाहनों को हटाने के लिए कह चुका है। सरकार ने हाल ही में प्रदूषण कम करने को लेकर कई कदम उठाए हैं और पुराने वाहनों पर ग्रीन टैक्स लगाने का आदेश दिया हैं। अब इस कड़ी में सरकार ने पुराने वाहनों को स्क्रैप यानी नष्ट करने की पॉलिसी को मंजूरी दे दी है। नई स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत 15 साल पुराने वाहनों को नष्ट करने में सहूलियत होगी। इसमें सरकारी विभागों और पीएसयू द्वारा खरीदे गए 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को स्क्रैप करने की अनुमति मिल जाएगी।

क्या हैं इस पॉलिसी के फायदे

स्क्रैपेज पॉलिसी से प्रदूषण घटाने और सड़क सुरक्षा को बेहतर करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही नई गाडि़यों की मांग बढ़ने से ऑटो इंडस्ट्री की सेहत सुधरेगी। इसके अलावा आप इस पॉलिसी के तहत नई कार के रजिस्ट्रेशन पर छूट पा सकते हैं। इसमें आपको पुरानी कार स्क्रैप सेंटर को बेचनी होगी। इसके बाद आपको एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा, जिसे दिखाने पर नई कार का रजिस्ट्रेशन मुफ्त हो जाएगा। स्क्रैप पॉलिसी से ईंधन-कुशल, पर्यावरण के अनुकूल वाहनों को प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी। इससे वाहन प्रदूषण और तेल आयात में कमी आएगी। नियमानुसार 20 वर्ष से ज्यादा पुराने किसी भी निजी वाहन को एक फिटनेस परीक्षण से गुजरना होगा, जो स्वचालित फिटनेस केंद्रों पर आयोजित किया जाएगा।

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नयी स्क्रैप नीति के संबंध में अब तक कोई गाईडलाइन नहीं मिली है। हालांकि, पुराने वाहनों की सूची तैयार करने का काम शुरू कराया गया है। जैसे ही आदेश मिलता है, वैसे ही पुराने वाहनों के रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिये जाएंगे।

प्रवीण प्रकाश, जिला परिवहन पदाधिकारी, रांची