RANCHI: राजधानी में कोरोना का कहर जारी है। राज्य के अन्य जिलों में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में कमी आई है। लेकिन रांची में अब भी यह आंकड़ा 100 के करीब रह रहा है। पिछले कई दिनों से लगातार 100 से थोड़ा ऊपर या थोड़ा कम कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। इसके बाद भी लोगों को कोरोना का डर नहीं है। फेस्टिव सीजन में सिटी के लोग कोरोना को चैलेंज कर रहे हैं। यूं कहें तो उन्हें इस बात का जरा भी डर नहीं है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है।

रांची में है सबसे ज्यादा मरीज

राज्यभर में कोरोना की रफ्तार कम हो गई है। कई जिलों में तो एक भी कोरोना के केस नहीं आ रहे। जबकि कुछ जिलों में तो गिनती के मरीज मिल रहे हैं। हर दिन राज्य में लगभग 350-400 के आसपास नए मरीज मिल रहे हैं, जिसमें रांची से ही 40 परसेंट मरीज हैं। बाकी 23 जिले मिलाकर कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि रांची में मरीजों की संख्या अब भी 1500 के पार है।

पहले था डर, अब काहे का डर

हॉस्पिटल्स में पहले लोग जाने से डर रहे थे। वहीं एक जगह भीड़ लगाने से भी लोग परहेज करते थे कि कहीं वे भी कोरोना की चपेट में न आ जाएं। इसके अलावा सभी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो कर रहे थे। लेकिन, अब हॉस्पिटल के बाहर देखकर समझा जा सकता है कि लोग किस कदर लापरवाह हो गए हैं। वहीं ड्यूटी में तैनात गा‌र्ड्स और जवान भी सुस्त पड़ गए हैं, जिससे कि जगह-जगह लोगों की भीड़ देखी जा रही है।

दो गज दूरी भूले, मास्क भी नाम का

फेस्टिव सीजन को देखते हुए लोगों को पहले से ज्यादा अलर्ट और जागरूक रहने को कहा गया है। साथ ही यह भी कहा गया कि अभी लापरवाही भारी पड़ सकती है। फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं हैं। दिवाली से पहले और शादियों के सीजन से ठीक पहले मार्केट में भीड़ उमड़ रही है। जहां लोग न तो मास्क को महत्व दे रहे हैं और न ही दो गज दूरी को। वहीं दुकानों के बाहर तो ऐसी भीड़ लग रही है जैसे कोरोना नाम की कोई चीज ही नहीं है। ऐसे में लापरवाही बीमारी को किस कदर बढ़ा सकती है इसका अंदाजा भी नहीं है।

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