रांची (ब्यूरो)। रिम्स कैंपस में मरीजों के परिजनों के लिए तीन करोड़ की लागत से बने रैन बसेरा में रहने का मुकम्मल इंतजाम तक नहीं है। व्यवस्था का आलम यह है कि 60 कमरों वाले इस रैन बसेरा में रहने के बजाय लोग हॉस्पिटल की गैलरी में ही रात काटने को मजबूर हैं। चार मंजिला रैन बसेरा में लिफ्ट और स्लोपिंग की बात तो दूर नल टूटने के कारण शौचालय में लगातार पानी बह रहा है। बता दें कि इस रैन बसेरा का उद्घाटन 12 अगस्त 2015 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने किया था।

पैसे देने पर भी सुविधा नहीं

रैन बसेरा में रहने के लिए हर दिन प्रत्येक व्यक्ति से 50 रुपए चार्ज वसूले जाते हैं। इसके तहत मरीजों को रूम में बेड, बेडशीट की सुविधा देनी है पर बेडशीट उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। वहीं, शौचालय में हमेशा पानी भरा रहता है। वहीं, मरीज के परिजनों की मजबूरी का आलम ये है कि इतनी अव्यवस्था के बावजूद रैन बसेरा हमेशा फुल ही रहता है। हालांकि, 60 कमरों के रैन बसेरे में सिर्फ 52 कमरों की ही बुकिंग होती है।

गलियारे में कट रही रात

रैन बसेरा में कमरे कम होने की वजह से गरीब मरीजों के परिजन रिम्स के गलियारे या बरामदे में रात गुजारने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं, जो मरीज और उनके परिजन बरामदे में रह रहे हैं उन्हें जो हॉस्पिटल द्वारा बेडशीट उपलब्ध कराई गई है, उसे परिजन कॉरिडोर में धूप से बचने के लिए पर्दे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, मरीजों के साथ आए परिजनों ना मास्क पहने रहे हैं और ना दो गज की दूरी का पालन कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों के साथ आए हुए परिजनों को कोरोना काल में खुद भी संक्रमित होने का खतरा है।

बाथरूम की हालत ऐसी कि जाना भी मुश्किल

रिम्स के रैन बसेरा की हालत तो बदतर है ही, सबसे खराब स्थिति यहां के बाथरूम की है। यहां जमीन पर पानी ऐसे जमा रहता है कि कोई भी व्यक्ति कभी भी फिसलकर हादसे का शिकार हो जाए। बेसिन और दरवाजों की हालत भी खराब है। ऐसे में लोगों का कहना है कि जब रहने के लिए पैसे लिए जा रहे हैैं तो सुविधाएं क्यों नहीं दी जा रही है।

पुराने टायरों को बना दिया गोदाम

रैन बसेरा बिल्डिंग के एक हिस्से में पुराने टायरों का अंबार लगा है। इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे संचालक ने इसे पुराने टायरों का गोदाम बना रखा है। रैन बसेरा जब रिम्स में भर्ती मरीजों के परिजनों की सुविधा के लिए बनाया गया है तो गोदाम की तरह से इसका इस्तेमाल करना कहां तक सही है। सबसे बड़ी बात यह है कि रिम्स प्रबंधन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है।

क्या कहते हैं संचालक

प्रत्येक व्यक्ति से रूम चार्ज 50 रुपए लिये जाते हैं। रैन बसेरा में कुल 52 रूम उपलब्ध हैं। इसके साथ ही यहां शौचालय की भी व्यवस्था है। बेडशीट भी उपलब्ध कराया जाता है पर कोरोना काल में आजकल बेडशीट हरदिन उपलब्ध नहीं कराया जा पा रहा।

कृष्णा, संचालक, रैन बसेरा