रांची: नहीं लगाएंगे मास्क, क्या कर लीजिएगा। हमको डर-वर नहीं लगता, कोरोना-वोरोना से। जी हां, कुछ ऐसे ही शब्द सुनने को मिल रहे हैं इन ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे पुलिस कर्मियों को। यह स्थिति किसी एक चौराहे की नहीं, बल्कि रांची के कई इलाकों से ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं। डंगरा टोली चौक से भी ऐसी तस्वीर सामने आई जिसमें बिना मास्क के स्कूटी पर घूम रहे दो युवकों को जब पुलिस ने रोका तो वे पुलिस से ही उलझ गए। पुलिस ने जब उनसे मास्क लगाने को कहा तो बदतमीजी करने लगे और भागने का प्रयास भी किया। लेकिन पुलिस ने खदेड़कर पकड़ा और उनका चालान काट दिया। सिर्फ डंगरा टोली ही नहीं कांटाटोली, जेल चौक, लालपुर समेत सभी चौराहों पर ऐसा ही हाल है। डीजे आईनेक्स्ट की टीम ने कुछ ऐसे ही चौराहों का रियलिटी चेक किया, जहां नियमों की धज्जियां उड़ाते और पुलिस से उलझते हुए लोग दिखे।

डंगरा टोली

स्कूटी पर आ रहे दो युवक जिन्होंने न तो हेलमेट पहना है और न ही मास्क ठीक से लगाया है। पुलिस ने उन्हें पकड़ा तो पहले वे भागने लगे और फिर पुलिस से ही उलझना शुरू कर दिया। युवकों से मास्क नहीं पहनने का कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि नहीं लगाएंगे क्या कर लीजिएगा। इसके बाद युवक और पुलिस में बकझक शुरू हो गई। बाद में थाने के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने युवक पर मास्क और विदाउट हेलमेट का फाइन काट कर छोड़ दिया।

कांटाटोली

कुछ ऐसा ही हाल कांटाटोली चौक पर भी देखा गया। जब घर से बाहर निकलने का कारण पूछा गया तो कार सवार व्यक्ति पुलिस पर ही धौंस जमाने लगा। कहा- पहचानते नहीं हो क्या, जानते हो कौन हैं हम। वहीं, मीडिया की टीम को देखते ही कार सवार पुलिस पर मुक्के से मारने का आरोप लगाने लगा। जिससे वहां मौजूद सभी पुलिस कर्मी व अन्य लोगों ने गलत बताया। यहां भी थाना के हस्तक्षेप के बाद फाइन काटकर छोड़ दिया गया।

जेल चौक

जेल चौक के समीप और भी दिलचस्प नजारा दिखा। यहां रेड सिग्नल जंप करने वाले व्यक्ति को जब पुलिस ने रोका तो वह खुद को मजिस्ट्रेट बताने लगा। जब उससे इसका प्रूफ देने को कहा गया तो उसके पास कुछ नहीं मिला। यहां भी वह व्यक्ति पुलिस से उलझ गया। कार सवार ने अपने पीछे खड़ी स्कूटी को भी ठोक दी, जिसके बाद मामला बढ़ता देख वह फाइन कटवा कर आगे बढ़ गया।

पिस्का मोड़

पिस्का मोड़ चौक पर जब पुलिस ने एक युवक से घर से निकलने की वजह पूछी तो वह पुलिस से ही उलझ गया और किसी तरह की कोरोना बीमारी नहीं होने की बात करने लगा। युवक ने कहा सरकार और पुलिस लोगों को बेवकूफ बना रही हैं। हम लोगों को घर में बंद कर दिया गया है। कहीं आना-जाना भी नहीं कर सकते हैं। थाना प्रभारी के समझाने पर भी युवक नहीं समझा और हंगामा करने लगा। पुलिस ने चालान काटकर उसे भी छोड़ दिया।

बिरसा चौक

बिरसा चौक के समीप भी पुलिस और पब्लिक में नोकझोंक होता देखा गया। पुलिस जहां बार बार लोगों को घर में रहने और बेवजह घर से नहीं निकलने की अपील कर रही है। बिना किसी काम से निकले एक व्यक्ति से जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह दवा लेने की बात करने लगा। उसके पास डॉक्टर का प्रेस्क्रिप्शन भी नहीं था और न ही कोई दवा। युवक को समझा कर छोड़ दिया गया।

पब्लिक नहीं फॉलो कर रही गाइडलाइंस

राजधानी रांची में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने आंशिक लॉकडाउन लगा रखा है। इसके तहत दो बजे के बाद लोगों को घर से निकलने पर पाबंदी है। वहीं इससे पहले भी सिर्फ जरूरी काम वाले ही घर से निकल सकते हैं। लेकिन सिटी में कई लोग ऐसे हैं जो बिना किसी काम के ही सिर्फ घूमने के लिए सड़क पर निकल पड़ते हैं। चौराहों पर तैनात पुलिस कर्मी ने बताया कि कुछ लोगों का सहयोग हम पुलिस कर्मियों को नहीं मिल रहा है। हर दिन दो-चार ऐसे लोग पकड़ाते हैं जो बिना किसी काम के घर से निकले होते हैं और जिन्होंने मास्क व हेलमेट भी नहीं लगा रखा होता है। लेकिन इन्हें रोकने पर ये लोग पुलिस से ही बकझक शुरू कर देते हैं। हमलोग किसी के साथ मारपीट नहीं कर सकते हैं। ऐसे लोगों को समझा कर उनका चालान काट कर भेज दिया जाता है। पुलिस ने बताया कि ऐसे लोग भी हैं जो नियमों का पालन कर रहे हैं और पुलिस की मदद भी कर रहे हैं, लेकिन इनकी संख्या कम है।