रांची (ब्यूरो): वार्ड में नियमित सफाई नहीं होने के कारण यहां के लोग भी परेशान हैं। लोगों का कहना है बार-बार शिकायत के बाद भी मुहल्ले में सफाई नहीं कराई जाती है। उधर पार्षद का कहना है कि सीमित संसाधन के कारण पूरे वार्ड की सफाई कर पाना मुश्किल होता है। वार्ड दस काफी बड़ा इलाका है। लेकिन यहां कचरा उठाने के लिए सिर्फ सात गाड़ी दी गई है, जिससे हर मुहल्ले में एक दिन गैप कर कूड़ा उठाया जाता है। संसाधन कम होने के कारण मुहल्ले की नियमित साफ-सफाई नहीं हो पाती है। यह समस्या किसी एक वार्ड की नहीं, बल्कि हर वार्ड में संसाधन की कमी है। सिर्फ संसाधन ही नहीं, बल्कि मैनपॉवर की भी समस्या हमेशा बनी रहती है।

सडक़-नाली की समस्या भी है वार्ड में

वार्ड 10 और 11 में भी सडक़ और नाली की समस्या है। वार्ड दस के सरहुल नगर, गितिलकोचा, चुन्ना भट्ठा, जामून टोली समेत अन्य इलाकों में सडक़-नाली की स्थिति ठीक नहीं है। हालांकि अपने क्षेत्र में वार्ड पार्षद अर्जन कुमार यादव ने कई काम किया है। उनके प्रयास से सडक़ और नाली का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा कुछ इलाकों में सडक़ निर्माण की मांग वे लगातार कर भी रहे हैं। वहीं वार्ड में नियमित सफाई नहीं होने के सवाल पर उन्होंने भी संसाधन की कमी को ही प्रमुख वजह बताया।

फॉगिंग नहीं होने से पनप रहे म'छर

वार्ड 11 के लोगों का कहना है कि मुहल्ले में फॉगिंग नहीं कराई जाती है। जिस वजह से म'छरों की संख्या बढऩे लगी है। मुहल्ले में जहां-तहां गंदगी पसरी है। कचरे का उठाव भी नहीं होता है। पहले मुहल्ले में भी डस्टबिन लगाई गई थी, लेकिन उसके खराब होने के बाद दोबारा डस्टबिन नहीं लगी। वहीं घरों से भी कचरे का उठाव नहीं हो रहा है। जबकि बार-बार वेस्ट कलेक्शन का टैक्स जमा करने का मैसेज आता है। लेकिन बीते कई महीने से वेस्ट कलेक्शन किया ही नहीं गया है। जब से नगर निगम ने सफाई का जिम्मा अपने हाथ में लिया है। तब से डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन बंद है।

लोगों ने बताई परेशानी

मुहल्ले में एक नहीं कई परेशानियां हैं। सिर्फ गंदगी ही नहीं, बल्कि चलने की सडक़ तक नहीं है। कई इलाकों में सडक़ नहीं होने से बारिश से कीचड़ की स्थिति भी पैदा हो रही है।

- नरेश कुमार

बरसात शुरू हो चुकी है। लेकिन नगर निगम के अधिकारी सिर्फ एसी रूम में बैठ कर नए नए नियम बना रहे हैं। मुहल्लों की क्या हालत है, कोई देखने भी नहीं आ रहा।

- नीरज टोप्पो

हर दिन समस्या बढ़ती जा रही है। मेरे घर के आगे वाली गली में एक महीने से स्ट्रीट लाइट खराब है। कई बार कंप्लेन की गई, लेकिन आज तक इसे रिपेयर नहीं किया गया है। रात के अंधेरे में बड़ी परेशानी होती है।

- रवि कुमार

सडक़ है ना नाली। नियमित साफ-सफाई भी नहीं हो रही है। नगर निगम से जुड़ा कोई काम भी समय पर नहीं होता। बार-बार ऑफिस दौड़ाया जाता है। सिर्फ टैक्स बिना किसी रुकावट के फौरन वसूल लिया जाता है।

- रमन दत्ता

वार्ड में संसाधन कम दिया गया है। सिर्फ सात गाड़ी से कचरे का उठाव हो रहा है। एक दिन गैप कर के हर मुहल्ले की सफाई कराने का प्रयास किया जाता है।

- अर्जुन यादव, पार्षद, वार्ड 10