RANCHI : ऑटोमोबाइल की बढ़ती संख्या और इसके दुष्परिणामों को देखते हुए सिटी की गर्ल्स ने पहल की है। इस दौरान गर्ल्स ने बेवजह हॉर्न ना बजाने की अपील सिटी के लोगों से की। रांची को शांत शहर बनाने को लेकर मंगलवार को निर्मला कॉलेज की स्टूडेंट्स एकजुट हुई। स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट की पहल पर कॉलेज में आयोजित प्रोग्राम में गर्ल्स स्टूडेंट्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
प्रेशर हार्न को प्रतिबंधित करने की मांग
स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट की को-आर्डिनेटर वर्षा दूबे ने बताया कि कैंपेन के दौरान गर्ल्स ने सिटी के उन जगहों की जानकारी दी जहां प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल ज्यादा होता है। इनमें कांटाटोली, डंगरा टोली, मेन रोड, पिस्का मोड़ और कचहरी शामिल है। गर्ल्स ने रांचीआइट्स से बेवजह हॉर्न ना बजाने की अपील की है। साथ ही रांची के ट्रैफिक एसपी कार्तिक एस को भी मैसेज देते हुए प्रेशर हॉर्न को प्रतिबंधित करने की मांग की।
कॉलेज की प्रिंसिपल सिस्टर ज्योति ने कैंपेन को अपना समर्थन दिया और स्टूडेंट्स को पूरी सिटी के लोगों से अपील करने को कहा। वहीं कॉलेज की प्रोफेसर डा। रश्मि साहु ने गर्ल्स के साथ मिलकर नो हॉर्न कैंपेन को आगे बढ़ाने की मुहिम छेड़ी।
पैसे मांगने गया तो फोड़ा सिर
काम के पैसे मांगने गए अमरीका पासवान को गैराज के मालिक हंसराज ने हथौड़े से मारकर उसका सिर फोड़ दिया। इस बाबत अमरीका पासवान ने पंडरा ओपी पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी हंसराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
साइबर क्राइम मामले में गवाही दर्ज
साइबर क्राइम मामले में मंगलवार को अनिल कुमार नामक व्यक्ति की गवाही दर्ज की गई। अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी सह सीबीआई के विशेष न्यायाधीश आरके मिश्रा की अदालत में सीबीआइ के विशेष लोक अभियोजक शिवकुमार काका ने गवाही दर्ज करवाई। इंटरनेट के माध्यम से भ्0 लाख रुपए निकासी के बाद अनिल व उसके अन्य तीन साथियों ने मिलकर मामले के आरोपी सौरव कुमार के घर से ख्भ् लाख रुपए को विकास कुमार उर्फ राजा व नितिन राज वर्मा के पास पहुंचाया था। नितिन ने इनाम के रूप में चारों को प्रति लड़का के हिसाब से दो लाख फ्0 हजार रुपए दिया था। अनिल ने कोर्ट में घटना से संबंधित जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि क्0 मई ख्0क्क् को एडीबी गोबरसही मुजफ्फरपुर शाखा के सिस्टम को हैक कर मुंबई स्थित एरिस्टो फॉर्मा कंपनी के खाते से क्ख्.भ् करोड़ रुपए का हस्तांतरण हुआ। इसमें से क्ख् करोड़ रांची के एक कंपनी के खाते में स्थानांतरित किए गए। वहीं भ्0 लाख की रकम मुजफ्फरपुर के भगवानपुर स्थित सिंडिकेट बैंक के एक खाताधारी के खाते में भेजे गए जिसकी निकासी भी हो गई।