रांची: राजधानी में दो बड़े गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में इलाज के लिए मरीज आ रहे हैं, जहां पर बिहार-झारखंड के मरीज इलाज के लिए आते हैं। हॉस्पिटलों में मरीजों को इलाज के साथ ही डाइट भी् उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन एक हॉस्पिटल में मरीजों को प्रॉपर डाइट उपलब्ध कराया जाता है तो दूसरे हॉस्पिटल में डाइट के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है। जबकि दोनों ही हॉस्पिटल्स में मरीजों को डाइट के लिए एक ही चार्ज तय है। बताते चलें कि रिम्स और सदर में प्रति मरीज डाइट के लिए 100 रुपए तय किया गया है।
एजेंसी दे रही रिम्स में मरीजों को खाना
रिम्स में मरीजों को डाइट उपलब्ध कराने के लिए प्रबंधन ने प्राइम किचन सर्विसेज को काम दिया है, जहां एजेंसी मरीजों को उनकी बीमारी के हिसाब से डाइट उपलब्ध करा रही है। वहीं, डाइट में हाई प्रोटीन और मिनरल्स का भी ध्यान रखा जा रहा है ताकि मरीजों को रिकवर होने में मदद हो। इसके अलावा सर्जरी और प्रेग्नेंसी के मरीजों को सॉफ्ट डाइट दी जाती है। वहीं कुछ तय मरीजों को तीनों टाइम लिक्विड डाइट भी दी जा रही है, जिससे कि मरीजों को राहत मिल रही है।
बेड तक पहुंचता पैक्ड खाना
हॉस्पिटल में वर्तमान में एक हजार मरीज एडमिट हैं। इसके बावजूद सभी मरीजों को प्लेट में पैक्ड खाना उनके बेड तक पहुंचाया जाता है, जिससे कि मरीजों को गर्म के साथ हाइजेनिक खाना भी मिल रहा है। वहीं उन्हें अब लाइन लगाकर इंतजार नहीं करना होता। एजेंसी के लोग मास्क, ग्लव्स, कैप लगाकर हाइजीन को भी फॉलो करते हैं, ताकि किसी भी तरह के इन्फेक्शन की आशंका न हो।
डाइट चार्ट
नाश्ता : इडली, सांभर, दूध, फल, अंडा, ब्रेड, कॉर्न फ्लेक्स
लंच : चावल, दाल, दही, अंडा करी, रोटी, पनीर
डिनर : रोटी, दाल, तड़का, सोयाबीन
सदर हॉस्पिटल में किचन भगवान भरोसे
250 बेड के सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल का नाम भले ही सुपरस्पेशियलिटी हो गया हो। लेकिन आज भी मरीजों को पुरानी व्यवस्था के तहत ही खाना परोसा जा रहा है। जहां पर मरीजों को प्रॉपर डाइट तो दूर नॉर्मल डाइट भी ढंग से नहीं मिल पाती। वहीं लाइन में खड़े होकर अपने बर्तन में उन्हें खाना लेना पड़ता है। उसमें भी मरीजों को भले ही सुबह में दूध और ब्रेड मिल जाता है। लेकिन बाकी दो टाइम केवल दाल-चावल, रोटी-सब्जी परोसी जाती है।
हाइजीन का नहीं ध्यान
इस हॉस्पिटल में ज्यादातर मरीज प्रेग्नेंट महिलाएं होती हैं, जिसमें नार्मल डिलीवरी के अलावा सिजेरियन वाली भी होती हैं। ऐसे में उन्हें हाइजेनिक डाइट जरूरी है। लेकिन किचन से लेकर बांटने तक में हाइजीन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वहीं बेतरतीब ढंग से लोगों को बर्तन में खाना परोस दिया जाता है। इसके अलावा आजतक व्यवस्था सुधारने को लेकर भी प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया।
डाइट चार्ट
नाश्ता : ब्रेड, बिस्किट, दूध, अंडा, फल
लंच : चावल, दाल, सब्जी, खिचड़ी
डिनर : रोटी और सब्जी