RANCHI: कोरोना से लड़ाई के बीच अब सिटी के कई वार्ड में सफाई का हाल बुरा है। गाडि़यां नहीं आने के कारण कचरे का उठाव नहीं हो पा रहा है। ऐसे में जगह-जगह कचरे का अंबार लग गया है। वहीं लोगों के घरों में भी काफी कचरा जमा हो चुका है। इसे लेकर पार्षदों ने कई बार कंप्लेन की। इसके बावजूद रांची नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। निगम का पूरा फोकस सैनिटाइजेशन और फॉगिंग पर है, जबकि कचरे का उठाव नहीं कराया जाता है तो गली मोहल्लों में नई बीमारी फैल जाएगी। इसके बाद खामियाजा वहां की पब्लिक को भुगतना पड़ेगा।

मैनुअल सफाई में भी आ रही दिक्कत

डोर-टू-डोर कलेक्शन के लिए गाडि़या हैं, लेकिन रोड और गलियों की सफाई के लिए हर दिन स्टाफ जाते हैं। लॉकडाउन और कोरोना के डर से मजदूरों की संख्या भी कम हो गई है। ऐसे में मैनुअल सफाई भी पूरी तरह से प्रभावित है। वहीं जो स्टाफ आ रहे हैं, उन्हें सैनिटाइजेशन और फॉगिंग के काम में लगा दिया जा रहा है। चूंकि कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी को खत्म करने में सैनिटाइजेशन का अहम रोल है।

तीन दिन से मेरे वार्ड में कचरा गाड़ी नहीं आ रही है। आखिर निगम के अधिकारी इसे गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे है। जब बीमारी फैल जाएगी तब सफाई कराने के लिए आएंगे क्या। अधिकारी सफाई कर्मियों की सुरक्षा को लेकर भी प्लान बनाए तो वे काम करने आएंगे।

जेरमिन टोप्पो, वार्ड-15

स्टाफ तो बहुत कम हो गया है। दिक्कत तो हो रही है। नगर निगम को लेकिन इस पर विचार करने की जरूरत है। नहीं तो स्थिति गंभीर हो सकती है। स्टाफ को सारी सुविधाओं के साथ इंश्योरेंस भी किया जाना चाहिए ताकि वे बेफिक्त्र होकर काम करें।

अर्जुन यादव, वार्ड-10