रांची(ब्यूरो)। रांची रंग-रोगन अब डिजायनर पेंट व ऑयल पेंट से कराया जाने लगा है। डिस्टेंपर और टेक्सचर पेंट में लोग अधिक दिलचस्पी ले रहे हैं। हालात ये हैं कि बाहर ही नहीं, अंदर की दीवारों को भी लोग जानदार बनवा रहे हैं। रांची के व्यापारियों के अनुमान के मुताबिक, दीपावली तक करीब 40 करोड़ का कारोबार होने के आसार हैं। अभी से ही घरों में रंगाई-पुताई शुरू हो गई है।
चूने की डिमांड अब कम
दीपोत्सव से पहले हर किसी में अपने घर व प्रतिष्ठान की रंगाई-पुताई कराने की होड़ मची है। ग्राहकों की पसंद और मांग के अनुसार, बाजार में पेंट की नई वेरायटी आ गई है। राजधानी में नए प्रयोग ने टेक्सचर पेंट की ओर लोगों का रुझान बढ़ा दिया है। खासतौर से यह पेंटिंग कमरों की सीलिंग में कराई जा रही है। डिजायनर पेंट, ऑयल पेंट व डिस्टेंपर, वॉल स्टीकर की मांग भी अधिक है। जबकि चूना, पीली मिट्टी, लाल मिट्टी का कारोबार सामान्य है।
रांची टेक्सचर पेंट की बढ़ी मांग
लालपुर में पेंट बेचने वाले रमन कुमार बताते हैं कि डिजायनर पेंट और टेक्सचर की हर वेरायटी मंगाई है। सभी ब्रांडेड पेंट के डिपो राजधानी में ही हैं। बदलते जमाने में रंगाई-पुताई भी बदल गई है। टेक्सचर पेंट की मांग रांची में बढ़ी है।
खूब हो रही वॉल पेंटिग
रांची में अब लोग वॉल पेंटिंग, वॉल स्टीकर और डिजायनर पेंट की मांग अधिक कर रहे हैं। डिस्टेंपर की मांग अपनी जगह कायम है। चूने का प्रभाव इसलिए कम हो गया है क्योंकि इसकी लाइफ एक साल रहती है जबकि पेंट तीन से पांच साल तक कायम रहता है। चूने के थोक व्यापारी रामजतन कुमार का कहना है कि चूना, पीली मिट्टी, लाल मिट्टी का व्यवसाय साल भर तक चलता ही रहता है। इसका इस्तेमाल अब सड़क पर छिड़काव में अधिक हो रहा है। लेकिन, दीपोत्सव के सीजन में घरों में इससे रंगाई-पुताई का सवाल है तो बिक्री कुछ कम जरूर हुई है।
इस दिवाली पेंट कराना हुआ महंगा
इस बार दीपावली पर घरों की रंगाई-पुताई करवाना लोगों को मंहगा पड़ रहा है, क्योंकि पेट्रोल, डीजल व केमिकल के दाम बढऩे का असर अब घर की रंगाई-पुताई पर भी पड़ रहा है। दाम बढऩे के बाद 15 से 20 परसेंट तक पेंट के दामों में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा प्राइमर और तारपीन के तेल की रेट में भी बढ़ोतरी हुई है।

बढ़ गया हर चीज का दाम
-बाजार में साढ़े 17 किलोग्राम सफेदी का कट्टा जो कि 110 रुपये का आता था, उसके रेट में इजाफा तो नहीं हुआ, लेकिन कट्टे के वजन को कम कर दिया गया है। अब सफेदी का 16 किलो का कट्टा 110 रुपये में मिल रहा है।

-थिनर का रेट जो एक लीटर 130 रुपये का आता था, इसमें 40 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है। अब 170 रुपये कर दिया है।
- प्राइमर की 20 लीटर की बाल्टी 1900 रुपये की आती थी, लेकिन अब 200 रुपये बढ़ोतरी कर 2100 रुपये की दी जा रही है।

-पेंट के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है, जो पहले 20 लीटर की बाल्टी 4200 रुपये में मिलती थी, अब 4400 रुपये की हो गई है।

-पुताई करने वाले ब्रश जो 10 रुपये में मिलता था वो अब 20 रुपये में मिल रहा है।