RANCHI: अब तक अगर आपने अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है इस डर से कि रजिस्ट्री कार्यालय में बहुत भीड़ होती है और कई पेंच है तो यह खबर आपके लिए है। अब ना तो रजिस्ट्रेशन कार्यालय की दौड़ लगानी होगी और ना ही टाइम स्लॉट का झंझट होगा। अब आप अपने वार्ड पार्षद के सहयोग से नगर निगम से मैरिज सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं। इसके लिए पहले जो रजिस्ट्रार के यहां झंझट था वो अब खत्म हो गया है और आपको आसानी से सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा। रांची डीसी छवि रंजन ने रांची नगर निगम, नगर पंचायत बुंडू और सभी पंचायत सचिवों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है। फिलहाल अवर निबंधन कार्यालय में शादी के निबंधन का आवेदन ऑफलाइन जमा होता है, जबकि फीस ऑनलाइन जमा करनी होती है। नई व्यवस्था के तहत आवेदन से लेकर फीस भरने तक की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।

अब ऐसे बनेगा मैरिज सर्टिफिकेट

रजिस्ट्रेशन के लिए पति-पत्नी का ज्वाइंट फोटो, नाम, आधार नंबर, दोनों के माता-पिता के नाम व आधार नंबर, पता, मोबाइल नंबर, ई.मेल आईडी, जन्मतिथि, शादी की तिथि व स्थान और शादी कार्ड देने होंगे। सर्टिफिकेट जारी करने से पहले आवेदक की उम्र, पहचान, निवास स्थान, मुखिया या वार्ड पार्षद से जारी सर्टिफिकेट की जांच भी होगी। सभी दस्तावेज सही होने पर दोनों पक्षकारों और तीन गवाहों के फोटो लिये जाएंगे। झारसेवा.झारखंड.जीओभी.इन के माध्यम से आवेदन करना है। इसके अलावा प्रज्ञा केंद्र, जन सुविधा केंद्र के माध्यम से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद जोड़ी को फोन पर कार्यालय में उपस्थिति होने की तिथि बतायी जाएगी। उस तिथि को पति-पत्नी व तीन गवाहों के साथ आवेदक को उपस्थित होना अनिवार्य होगा। फिर सर्टिफिकेट ऑनलाइन जारी किए जाएंगे।

50 रुपए रजिस्ट्रेशन चार्ज

शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए 50 रुपया शुल्क लगेगा। विलंब शुल्क प्रतिदिन पांच रुपये की दर से व अधिकतम 100 रुपया लगेगा। सामान्य जाति की जोड़ी के लिए यह शुल्क निर्धारित है, जबकि बीपीएल वर्ग की जोड़ी के लिए कोई शुल्क नहीं है।

यहां करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन

शहरी क्षेत्रों में विवाह रजिस्ट्रेशन की जिम्मेवारी नगर निगम, नगरपालिका, अधिसूचित क्षेत्र समिति, नगर परिषद, नगर पंचायतों को सौंपी गई है। यहां कार्यालय के रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर के बाद प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। वहीं रूरल एरिया में रजिस्ट्रेशन का कार्य जन्म एवं मृत्यु निबंधन पदाधिकारी करेंगे। छावनी पर्षद क्षेत्र में भी जन्म-मृत्यु का निबंधन करनेवाले पदाधिकारियों द्वारा विवाह का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।

नगर निगम पहले से रो रहा स्टाफ की कमी का रोना

वर्तमान में नगर निगम की जिस शाखा से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होता है, वह अपनी बदहाली का रोना साल भर रोते रहता है। कभी कर्मचारी की कमी, कभी लिंक फेल, कभी तकनीकी खराबी, हमेशा किसी ना किसी परेशानी से यह विभाग जूझता रहता है। शाखा के कर्मचारी बताते हैं कि विभाग में मात्र दो व्यक्ति द्वारा ही जन्म और मृत्यु के प्रमाण पत्र का कार्य किया जाता है। यहीं कर्मचारी सेप्टिक टैंक और भूल सुधार की भी रसीद काटते हैं। वहीं कार्यालय में सिर्फ दो कम्प्यूटर और एक स्कैनर है, इसी के माध्यम से पूरा कार्य होता है। निगम के कर्मी ने बताया कि पूर्व में निगम क्षेत्र में 19 प्रज्ञा केंद्र थे, जिससे काम में आसानी होती थी। लेकिन अब पूरे निगम क्षेत्र का प्रमाण पत्र निगम से ही जारी होता है। ऐसे में वर्कलोड ज्यादा और कर्मचारी जरूरत से ज्यादा कम हो गए हैं।