RANCHI: अब जमीन के अंदर काम करने से पहले इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट से परमिशन लेना अनिवार्य होगा। चाहे अंडर केबलिंग का काम हो, गैस पाइपलाइन बिछाना हो या ऑप्टिकल फाइबर का काम हो। इन सभी का काम करने वाली कंपनियों को अब बिजली विभाग से परमिशन लेना अनिवार्य कर दिया गया है। जिस एरिया में काम हो रहा हो वहां के इलेक्ट्रिकल एक्जीक्यूटिव इंजीनियर को सूचित करना भी जरूरी होगा। दरअसल, अंडरग्राउंड काम की वजह से बार-बार पॉवर सप्लाई इंट्रप्शन की वजह से यह निर्णय लिया गया है। राजधानी में विभिन्न कंपनियों द्वारा अलग-अलग अंडरग्राउंड काम प्रोसेस में है। जिस कारण कई बार इलेक्ट्रिक वायर कटने से पॉवर सप्लाई बाधित हो रही है। इसे ठीक करने में काफी समय भी लग जाता है। यही कारण है कि इन एजेंसियों को पत्र जारी कर पहले इंफार्म करने और फिर काम करने को कहा गया है।

वायर कटने से समस्या

राजधानी में गेल, एलएनटी, जियो एवं बीएसएनएल की ओर से अलग-अलग अंडरग्राउंड पाइपलाइन व केबलिंग का काम जारी है। इस कारण 11केवी और 33केवी के तार कटने की समस्या बढ़ गई है। इसे ठीक करने में 6 से 7 घंटे का वक्त लगता है। इस दौरान इलाके में पॉवर सप्लाई बाधित रहती है। इसकी शिकायत बिजली विभाग से की जाती है। काम करने से पूर्व ही कार्यपालक अभियंता को सूचना दे देने से किस स्थान पर वायर है इसकी जानकारी अभियंता की ओर से मिल जाएगी। इसके बाद वायर क्षतिग्रस्त या नुकसान होने से बचाया जा सकता है। इंजीनियर्स का कहना है कि हमलोग जहां भी जेसीबी खड़ी देखते हैं, वहां अपना नंबर दे आते हैं। इसके बावजूद ये लोग सूचित किए बगैर काम शुरू कर देते हैं और तार क्षतिग्रस्त कर देते हैं, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

7 घंटे पावर कट

सोमवार की रात सिद्धो-कान्हू पार्क के पास जियो कंपनी के वर्कर्स द्वारा काम किया जा रहा था। इसी दौरान 33 केवी की वायर कट गई। इससे राजभवन सब स्टेशन से पॉवर सप्लाई बंद हो गई। इसे ठीक कराने में सात घंटे का समय लग गया। जब अभियंता ने कंपनी के वर्कर्स को इसे ठीक कराने को कहा तो वे लोग अभियंता से बदतमीजी करने लगे। बिजली विभाग की ओर से थाना का सूचित किया गया। थाना ने दो लोगों को अरेस्ट भी किया। विभाग की ओर से कंपनी के लोगों पर एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है। इधर, वीआईपी इलाका होने की वजह से अभियंता के पास बार-बार फोन घनघनाने लगा। फिर भी सप्लाई मिलने में सात घंटे का वक्त लग गया।

ठीक नहीं करा रही कंपनी

डोरंडा क्षेत्र सें भी बीते दिनों वायर क्षतिग्रस्त होने की शिकायत आ चुकी है। इस एरिया में एलएनटी और गेल की ओर से अंडरग्रांउड वर्क हो रहा है। नेपाल हाउस के पास एलएनटी के वर्करों ने भी पॉवर सप्लाई के वायर को नुकसान पहुंचाया, जिससे छह घंटे लाइट कटी रही। हालांकि, यहां कंपनी के वर्कर्स ने क्षतिग्रस्त हुए वायर की मरम्मत कर दी है। वहीं सिंह मोड़ के पास काम कर रही एलएनटी कंपनी के वर्कर्स ने भी इलेक्ट्रिक वायर को नुकसान पहुंचाया। एक्जीक्यूटिव इंजीनियर द्वारा बोले जाने के बाद भी कंपनी के लोगों ने इसकी मरम्मत नहीं की। डिपार्टमेंट की ओर से कंपनी पर एफआईआर कर दिया गया है। अभियंता ने बताया कि काम अलॉट होते समय बिड में ही यह मेंशन होता है कि काम के दौरान हुए नुकसान को कंपनी ही ठीक कराएगी। विभाग की ओर से इसका एस्टीमेट बनाकर दे दिया गया है। फिर भी कंपनी ठीक नहीं करा रही है। डिपार्टमेंट की ओर से वायर ठीक करने में चार-पांच घंटे लग गए। तब तब सप्लाई बाधित रहा।

बार-बार शिकायत आ रही थी कि एंजेसियों द्वारा अंडरग्राउंड काम करने के दौरान 11 केवी और 33 केवी तार को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इससे पॉवर सप्लाई बाधित हो रही है। अत: जिस एरिया में कंपनी काम कर रही है, उस एरिया के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर से संपर्क कर काम करें, ताकि नुकसान कम से कम हो। इसके लिए सभी एरिया के इंजीनियरों के नंबर भी जारी कर दिए गए हैं।

अजीत कुमार, सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर, रांची