रांची(ब्यूरो)। आज फ्लोरेंस नाईटिंगल के जन्म दिवस पर अंतरराष्ट्रीय परिचारिका (नर्स) दिवस मनाया जा रहा है। छात्राओं को उनके जीवन से प्ररेणा लेकर उनके सिद्धांतों पर चलना चाहिए। ये बातें महादेवी बिरला इन्स्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड क्लीनिकल टेक्नोलॉजी(ए यूनिट ऑफ सरला बिरला यूनिवर्सिटी) रांची की प्रधानाचार्या डॉ सुबानी बाड़ा ने कहीं। वह इंटरनेशनल नर्सेज डे पर गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं। कार्यक्रम का थीम नेतृत्व करने के लिए एक आवाज नर्स: नर्सिंग में निवेश करें और वैश्विक स्वास्थ्य को सुरक्षित करने का सम्मान कार्यक्रम। जिसका उद्घाटन सरला बिरला यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर डॉ गोपाल पाठक, सीईओ डॉ प्रदीप वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ विजय कुमार सिंह, संस्थान की प्रधानाचार्या डॉ सुबानी बाड़ा, प्रशासक सह समन्वयक आशुतोष द्विवेदी ने दीप जलाकर किया।

अनुशासन का पढ़ाया पाठ

वीसी प्रोफेसर डॉ गोपाल पाठक ने अंतरराष्ट्रीय नर्सेज डे पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। सीईओ डॉ प्रदीप वर्मा ने कहा कि हम सभी को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहिए और अनुशासन में रह कर अपना भविष्य उज्जवल करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन सचिता मंडल तथा कपिलदेव रवानी ने किया।

कैलीग्राफी व पोस्टर मेकिंग

मौके पर कैलीग्राफी और पोस्टर चित्रकारी प्रतियोगिता हुई, जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कैलीग्राफी में सोनल शालिनी मिंज, अनमोल खलखो, निधि रानी शर्मा और पोस्टर मेकिंग में विभाभारी सिंहिका, मनीषा उरांव, सुचेता महतो अव्वल रहीं। मौके पर छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम योगा, गीत, नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रतिमा बिलुंग ने किया। मौके पर मुख्य रूप से संस्थान के अजय, प्रवीण कुमार, मिनल, स्वेता, प्रफुल्लो, बारजो, प्रतिना बिलुग, निरोलीन कुल्लु समेत अन्य मौजूद थे।