RANCHI: करोड़ों रुपए की लागत से जयपाल सिंह स्टेडियम के पास सरकार ने अटल स्मृति वेंडर मार्केट बनाया। मकसद था कि सड़क पर जो फुटपाथ दुकानें लगती हैं उनको एक स्थाई जगह दी जाए। लोगों ने जगह तो ले ली, लेकिन फुटपाथ से अपना कब्जा नहीं छोड़ा। अब वहां अपने रिश्तेदारों को बैठा दिया है। ऐसे में सरकार का जो मकसद था कि मेन रोड के फुटपाथ पर दुकानें नहीं लगाई जाएंगी। लेकिन उन दुकानदारों ने सरकार को अपने मकसद में कामयाब होने नहीं दिया।

अब भी फुटपाथ पर ही दुकान

फुटपाथ दुकानदारों के लिए शानदार अटल स्मृति वेंडर मार्केट बना कर सौंपा गया। इसमें मेन रोड के दुकानदारों को जगह भी अलॉट किए गए। लेकिन, दर्जनों दुकानदार अटल स्मृति वेंडर मार्केट में दुकान लगाने के बजाय अब भी मेन रोड के फुटपाथ पर ही दुकान लगा रहे हैं। इस वजह से मेन रोड में ट्रैफिक की समस्या जस की तस बनी हुई है। जबकि मेन रोड पर ट्रैफिक स्मूथ करने के उद्देश्य से ही अटल स्मृति वेंडर मार्केट का निर्माण कराया गया था। लेकिन इस उद्देश्य की पूर्ति होती नजर नहीं आ रही है।

किराये पर मार्केट की दुकान

कई ऐसे दुकानदार हैं, जिन्होंने अटल स्मृति वेंडर मार्केट में मिले स्थान को किराए पर लगा दिया है और खुद मेन रोड में ही अपना कारोबार कर रहे हैं। वहीं ऐसे दुकानदार भी मिले, जिन्होंने अबतक मार्केट में दुकान लगाना शुरू भी नहीं किया है। वेंडर मार्केट के सेकेंड फ्लोर पर आज भी सन्नाटा ही पसरा है। जबकि थर्ड फ्लोर पर कुछ दुकानदारों ने दुकान लगाने की शुरुआत कर दी है। फुटपाथ दुकानदारों ने बताया कि विजय चौरसिया जिन्हें 200 नंबर अलॉट किया गया था, उन्होंने अपनी दुकान को दूसरे व्यक्ति को किराये पर दे रखा है और खुद इधर-उधर घूम कर दूसरा व्यवसाय करता है।

रोड जाम से निजात नहीं

चार बजते ही मेन रोड पर फुटपाथ दुकानदारों का जमघट लग जाता है। जिस स्थान से दुकानदारों को हटाया गया था, वहीं फिर से दुकानदारों की भीड़ लग जाती है। मालूम करने पर पता चला कि वैसे दुकानदार जिन्हें अटल वेंडर मार्केट में जगह मिल गयी है और जो लोग वहां शिफ्ट कर गए हैं उनके रिश्तेदारों एवं दूसरे व्यक्तियों ने अब इस स्थान पर दुकान लगानी शुरू कर दी है। नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम और दुकानदारों के बीच शाम में झड़प होती है लेकिन सब मैनेज हो जाता है।

नो वेंडिंग जोन में भी कब्जा

जुलाई, 2019 को रांची नगर निगम सर्जना चौक वाया शहीद चौक होते हुए कचहरी चौक तक की दोनों तरफ की सड़कों को नो वेंडिंग जोन घोषित किया था। इस क्षेत्र में सड़क किनारे फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले करीब 500 छोटे दुकानदारों को 56 करोड़ की लागत से बने अटल स्मृति वेंडर्स मार्केट में मुफ्त में दुकान देकर बसाया गया, ताकि मेन रोड को जाम से मुक्ति मिले और फुटपाथ पर सामने बेचने वालों को छत वाली पक्की दुकान मिल सके। एक साल बीतने पर नो वेंडिंग जोन पुरानी स्थिति में दिखने लगा है। बस कहने को सर्जना चौक से कचहरी के बीच कहीं-कहीं नो वेंडिंग जोन लिखा हुआ है। लेकिन रोजना 400 से अधिक दुकानें व ठेला-खोमचा सर्जना चौक से शहीद चौक व कचहरी जानी वाली मुख्य सड़क पर लग रही हैं। कचहरी और शहीद चौक से रांची नगर निगम का दफ्तर कुछ ही दूरी पर है। इसके बावजूद रांची नगर निगम और शहर की यातायात पुलिस आंखें मूंदे हैं।

30 फीट का रोड हुआ 12 फीट

फुटपाथ पर दुकानें लगने के कारण लोगों को पैदल चलने की जगह नहीं मिल रही है। लोग मजबूरी में सड़क पर चल रहे हैं। इस कारण वाहन को निकलने के लिए 12 से 15 फीट ही जगह मिल पा रही है। इतनी जगह में सिटी बस से लेकर कार, बाइक, रिक्शा तक चल रही हैं। सुबह नौ बजे से लेकर रात के आठ बजे तक सर्जना चौक से कचहरी चौक तक जाम लग रह रहा है। कई ठेले वाले बीच सड़क ठेला लगा दे रहे हैं।