RANCHI: कोरोना की दस्तक के बाद से लोग डरे हुए हैं। चूंकि इसके लिए अबतक कोई वैक्सीन मार्केट में नहीं आई है। ऐसे में कोरोना से बचने के लिए इम्यूनिटी का दुरुस्त होना जरूरी है। यही वजह है कि सिटी के लोग करोड़ों रुपए का मल्टी विटामिन खा चुके हैं। वहीं सेहत बनाए रखने के लिए लगातार इसकी डिमांड भी की जा रही है ताकि वो कोरोना की चपेट में न आ जाएं।

बिना पर्ची मल्टी विटामिन

कोरोना काल में मल्टीविटामिन दवाओं की खपत बढ़ गई है। मार्केट में मल्टी विटामिन व विटामिन सी, जिंक समेत कई दवाओं की डिमांड बढ़ गई है। थोक दवा मार्केट से लेकर रिटेल में डिमांड बढ़ी है। इसके अलावा पारासेटामोल भी डॉक्टर लिख रहे हैं। लेकिन अन्य दवाओं की तुलना में मल्टी विटामिन की खरीदारी लोग ज्यादा कर रहे हैं। चूंकि इसकी खरीदारी के लिए लोगों को किसी तरह के प्रेस्क्रिप्शन की भी जरूरत नहीं है। इसलिए दवा खरीदने वाले 10 में से 8 लोग विटामिन मांग रहे हैं।

वीक इम्यूनिटी वालों को खतरा

जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर रहती है उन पर कोरोना तेजी से अटैक करता है। इसीलिए लोग इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए मल्टीविटामिन, विटामिन सी की खुराक ले रहे हैं। मार्केट में कई कंपनियों की मल्टी विटामिन दवाएं उपलब्ध हैं जो बच्चों से लेकर वयस्क तक को दी जा रही हैं। मल्टी विटामिन लेने से शरीर में पानी, जिंक, फोलिक एसिड को मेंटेन करता है, जिससे वीकनेस दूर होती है।

अन्य दवा लेना खतरनाक

डॉक्टरों की मानें तो विटामिन सी की टैबलेट तो लेने की सलाह दी जा रही है। इससे कोई नुकसान नहीं है। मल्टी विटामिन टैबलेट व कैप्सूल भी लोग ले रहे हैं तो इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। लेकिन बिना डॉक्टरों की सलाह के कोई भी दवा लेना नुकसानदायक हो सकता है।

इम्यूनिटी दुरुस्त करने के लिए विटामिन की दवाएं जरूरी हैं। दवा लोग खरीद रहे हैं और खा भी रहे हैं। हर दुकान में बस इम्युनिटी दुरुस्त करने की दवाएं ही डिमांड की जा रही हैं। दवाएं आसानी से उपलब्ध हैं तो लोग खरीद भी रहे हैं। जितनी भी दुकान हैं उसमें एवरेज टोटल की 60 परसेंट आमदनी इम्यूनिटी बूस्टर से ही हो रही है।

अमर सिन्हा, ड्रगिस्ट एंड केमिस्ट एसोसिएशन