रांची (ब्यूरो)। केंद्रीय बजट में घोषित एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के अनुरूप दक्षिण पूर्व रेलवे के रांची रेल मंडल के अंतर्गत रांची स्टेशन पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए एग्रीकल्चरल कंसल्टेंसी एंड रूरल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट द्वारा हस्तशिल्प कला (हाथ से बुने हुए थैलों, बांस के उत्पाद और बुनी हुई कलाकृतियां) की प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र का शुभारंभ हुआ। स्टॉल के माध्यम से रेलवे स्टेशन पर यात्री वहां के खास उत्पाद के बारे में जानकारी हासिल कर उसे आसानी से खरीद सकेंगे। इससे स्थानीय रोजगार में वृद्धि होगी तथा उत्पाद का प्रचार-प्रसार भी होगा।

झारक्राफ्ट के बाद दूसरा स्टॉल

एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के अंतर्गत रांची रेलवे स्टेशन पर यह दूसरा अस्थायी स्टॉल है। इससे पहले झारक्राफ्ट की अस्थायी 15 दिवसीय स्टाल का संचालन किया गया। मंडल के पदाधिकारियों एवं एग्रीकल्चरल कंसल्टेंसी एंड रूरल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आदिवासी महिला यात्री पूर्णिमा टोप्पो द्वारा स्टॉल का उद्घाटन किया गया। स्टॉल की संचालिका फुलमनी टोप्पो द्वारा यात्रियों को उत्पाद की जानकारी दी गई।

15 स्टेशनों का चयन

रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर संचालित इस स्टॉल द्वारा 08 मई तक हाथ से बुने हुए थैलों, बांस के उत्पाद और बुनी हुई कलाकृतियों की प्रदर्शनी एवं बिक्री की जाएगी। बता दें कि देश के 1000 रेलवे स्टेशनों पर क्षेत्र विशेष के खास उत्पादों, स्थानीय कलाकृति, हस्तशिल्प, हथकरघा आदि की बिक्री के लिए चरणबद्ध तरीके से स्टॉल लगाए जा रहे हैं। एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत रांची रेल मंडल के 15 स्टेशनों का चयन किया जाना है।