RANCHI: कोरोना काल में राज्य के लोगों के लिए ऑनलाइन शिकायतें सशक्त माध्यम बन गई हैं। आम लोग भी अपने घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं, इसीलिए अब इंटरनेट के जरिए सीधे ऑनलाइन शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। इसके अलावा ट्विटर और फेसबुक के जरिए भी पुलिस को कई सूचनाएं दी जा रही हैं। झारखंड पुलिस भी इन सूचनाओं को गंभीरता से ले रहा है और हर जिला से प्राप्त ऑनलाइन शिकायतों पर कार्रवाई कर उसका निपटारा कर रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के जरिए झारखंड पुलिस लोगों की काफी शिकायतें दर्ज कर रही है। झारखंड पुलिस मुख्यालय में हर महीने करीब 1000 से ज्यादा ऑनलाइन शिकायतें आ रही हैं। राज्य के अलग-अलग जिलों के लोग हर दिन झारखंड पुलिस को ट्विटर, फेसबुक और ऑनलाइन माध्यमों से शिकायत कर रहे हैं।

लोकल पुलिस पहुंच रही एड्रेस पर

ऑनलाइन कंप्लेन मिलने के साथ ही लोकल पुलिस मामले की जांच शुरू कर दे रही है। स्थानीय थानों के पुलिसकर्मी शिकायतकर्ता के एड्रेस पर पहुंच रहे हैं और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। कई बार जो एड्रेस उपलब्ध कराया जा रहा है उसे पुलिस तलाश ही नहीं पा रही, जिसके कारण परेशानियां भी खड़ी हो रही हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में समस्याओं के समाधान के लिए शिकायतें रजिस्टर्ड की जा रही हैं।

मुख्यालय ने जारी किए निर्देश

इन ऑनलाइन शिकायतों पर पुलिस मुख्यालय द्वारा संज्ञान लेकर संबंधित जिले के एसपी को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया जा रहा है। कोरोना काल में लोगों द्वारा ऑनलाइन शिकायत करने की संख्या में इजाफा हुआ है। हर दिन करीब 30 ऑनलाइन शिकायतें आ रही हैं।

समस्याओं का हो रहा समाधान

झारखंड पुलिस ट्विटर के माध्यम से ही जन समस्याओं का लगातार समाधान कर रही है। राज्य के डीजीपी एमवी राव ने कई समस्याओं पर ट्वीट कर समाधान का आदेश दिया है, जिनपर काम किया जा रहा है। मालूम हो कि पुलिस मुख्यालय द्वारा जिलों के एसपी, सभी रेंज के डीआइजी, सीआइडी और एडीजी को आदेश जारी किया गया है कि वो ट्विटर-फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट्स पर अपनी प्रोफाइल बनाएं। इस प्रोफाइल को सक्रिय करते हुए आमलोगों की समस्याओं को ऑनलाइन दर्ज कर कार्रवाई करें। डीजीपी के आदेश के बाद राज्य के सभी जिलों की पुलिस ट्विटर पर सक्रिय हो गई है। ट्विटर के माध्यम से 24 घंटे न सिर्फ समस्याओं का समाधान हो रहा बल्कि बगैर थाना गए आम लोगों की समस्याओं का समाधान भी हो रहा है

शिकायत पर तुरंत कार्रवाई

आमलोगों द्वारा झारखंड पुलिस के ट्विटर पर शिकायत करने के तुरंत बाद ही झारखंड पुलिस द्वारा संबंधित जिले के एसपी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया जा रहा है। आमलोग अपनी समस्या अपने जिलों की पुलिस या झारखंड पुलिस के ट्विटर एकाउंट के साथ टैग कर रहे हैं। डीजीपी एमवी राव भी ट्विटर पर सक्रिय हैं। उनके द्वारा खुद भी ट्वीट के जरिए जिलों के एसपी को संबंधित दिशा-निर्देश दिए जाते हैं।

शिकायत पर कार्रवाई का आदेश

गढ़वा के रहने वाले आनंद कुमार ने 5 अगस्त को झारखंड पुलिस को ट्वीट करते हुए कहा कि मेरे खेत में लगी फसल चर जाने की शिकायत मैंने अपने थाना भवनाथपुर में 25/07/2020 को की थी। जांच में फसल चरने की पुष्टि भी हुई लेकिन आज तक मुझे न्याय नहीं मिला और ना ही थाना की ओर से दोषियों पर कार्रवाई हुई। झारखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा गढ़वा एसपी को इस मामले में उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

--बोकारो जिले के विवेक नामक युवक ने झारखंड पुलिस को 5 अगस्त को ट्वीट करते हुए कहा कि आवेदन दिए हुए 5 दिन हो चुके हैं। अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। चास थाना के सुभाष कुमार पासवान और जय प्रकाश पासवान द्वारा जनता का काफी शोषण किया जा रहा है। इस पर पुलिस मुख्यालय ने संज्ञान लेते हुए बोकारो एसपी को कहा कि मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करें।

--सुनील तिवारी नामक व्यक्ति ने झारखंड पुलिस को 5 अगस्त को ट्वीट किया था। इसमें कहा गया था कि दुमका में नाजायज ट्रकों की पासिंग का गोरखधंधा चल रहा है, इसकी शिकायत की गयी। पुलिस मुख्यालय ने इसपर संज्ञान लेते हुए दुमका एसपी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।