RANCHI: मार्च से राज्य भर में बिजली बिल का भुगतान कार्ड से या ऑनलाइन किया जाएगा। केंद्र सरकार की कैशलेस योजना पर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड(जेबीवीएनएल) गंभीरता से काम कर रहा है। इसे हर हाल में फरवरी अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए बैंकों, पोस्ट ऑफिस, प्रज्ञा केंद्रों समेत अन्य स्थानों पर कैशलेस मशीनें लगाई जाएंगी, जो एटीपी की तरह कार्य करेंगी। वहीं, एटीपी को भी नई तकनीकी से कैशलेस बनाया जाएगा। पिछले दिनों निगम के अधिकारियों ने विभिन्न सरकारी बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें मशीनें लगाने पर सहमति बनी।

इजी बिजली एप करेगा काम

मार्च से बिजली वितरण निगम का इजी बिजली एप पूरी तरह से काम करने लगेगा। इसके बाद उपभोक्ता अपने मोबाइल पर एप डाउनलोड कर अपने बिजली बिल का स्टेटस देख सकेंगे और ऑनलाइन भुगतान भी कर सकेंगे हालांकि, निगम ने एप की शुरुआत पहले ही कर दी थी, लेकिन एजेंसियों द्वारा मंथली बिल अपटूडेट सही समय पर नहीं किए जाने के कारण यह सिस्टम काम नहीं कर पा रहा है। इसे दुरुस्त किया जाएगा।

स्पॉट मोबाइल बिलिंग सिस्टम भी

अब एंड्रॉयड मोबाइल फोन से लैस मीटर रीडर हर माह उपभोक्ताओं के घर पहुंचेंगे। मोबाइल से ही मीटर की फोटो लेंगे। साथ ही जीपीएस सिस्टम से यह फोटो बिलिंग एजेंसी के पास भी चली जाएगी। इसके बाद मोबाइल में लगे एक चीप के जरिए बिल प्रिंट होगा। इस बिल में मीटर की फोटो भी रहेगी। यही नहीं, बिलिंग के तुरंत बाद एक मैसेज उपभोक्ता के मोबाइल पर आएगा, इसमें बिलिंग से संबंधित पूरी जानकारी होगी। यही मैसेज जेबीवीएनएल की वेबसाइट पर भी चला जाएगा।

फेक व रैंडम बिलिंग की गुंजाइश नहीं

फिलहाल बिजली उपभोक्ता एवरेज या रैंडम बिलिंग से परेशान रह रहे हैं। लेकिन, नया सिस्टम लागू होने के बाद इसकी संभावना नहीं रहेगी। यानी गलत या एवरेज बिलिंग की समस्या से निजात मिलेगी।

वर्जन

इजी बिजली एप निजी बिलिंग एजेंसी के कारण सफल नहीं हो सका। एजेंसी के लोग समय पर बिल का अपटूडेट अपलोड नहीं करा रहे हैं। निगम एक साथ कई योजनाओं पर काम कर रहा है। सारी प्रक्रियाएं अंतिम चरण में हैं। मार्च तक बिजली वितरण निगम का पूरा सिस्टम कैशलेस हो जाएगा।

-राहुल पुरवार, एमडी, झारखंड बिजली वितरण निगम