-पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर की मार झेल रही पब्लिक

-रेट बढ़ता गया और पब्लिक को पता ही नहीं चला

-पेट्रोल पहुंचा 85.30 तो डीजल 81.59 रुपए, गैस भी 776.50 रुपए

-गैस में सब्सिडी भी हो गई लगभग खत्म

साल भर पहले कोरोना की दस्तक के साथ ही महंगाई भी बढ़ने लगी। पहले से महंगाई की मार झेल रही पब्लिक पर अब और बोझ बढ़ने लगा। पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर सबकुछ महंगा हो गया है। कीमतें धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई कि अब लोगों की जेब कटने लगी है। धीरे-धीरे रेट इतना बढ़ जाएगा लोगों को इसका अंदाजा भी नहीं था। अब इसका असर लोगों के महीने के खर्च पर भी पड़ने लगा है। चूंकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से दूसरे सामान भी महंगे हो गए हैं।

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पेट्रोल

-4 फरवरी -85.12 रुपए

-5 से 7 फरवरी -85.30 रुपए

-8 फरवरी - 85.57 रुपए

-9 फरवरी - 85.62 रुपए

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डीजल

4 फरवरी -81.25 रुपए

5 से 7 फरवरी -81.59 रुपए

8 फरवरी - 81.96 रुपए

9 फरवरी- 82.02 रुपए

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गैस

दिसंबर 2020 - 752

जनवरी 2021 - 752 रुपए

फरवरी 2021 - 776.50 रुपए

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सिर्फ 38 रुपए मिल रही गैस सब्सिडी

गैस सिलेंडर की कीमत बढ़कर 752 रुपए पर पहुंच गई है। वहीं अब कंज्यूमर्स को सब्सिडी भी लगभग बंद कर दी गई है। इससे कंज्यूमर्स के खाते में 38 रुपए सब्सिडी भेजी जा रही है। अब कंज्यूमर्स पहले से ही गैस की बढ़ी हुई कीमत से परेशान थे। वहीं सब्सिडी बंद होने के बाद उनपर बोझ और बढ़ गया। फरवरी में तो रसोई गैस की कीमत 776.50 रुपए हो गई।

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महंगाई से परेशान हैं लोग

आजकल तो ऐसा लग रहा है कि महंगाई नाम की कोई चीज ही नहीं है। नेता कुछ समझ ही नहीं रहे हैं क्योंकि उनको तो एमएलए, एमपी के नाम पर खर्च मिल जाता है। आजकल गाड़ी चलाना, गैस रिफिल कराना मुश्किल हो गया है। कम से कम झारखंड सरकार तो पेट्रोल, डीजल और गैस में सब्सिडी दे।

मो नौशाद

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महंगाई चरम पर है। जब हम रांची में गाड़ी चलाना स्टार्ट किए 1996 में तब पेट्रोल 30-32 रुपए लीटर था। आज करीब 25 साल बाद 85 रुपए के पार पहुंच गया है। इस वजह से सब्जियों की कीमतों में आग लगी है। कपड़े का कारोबार भी करने में सोचना पड़ रहा है।

राकेश सिंह

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पेट्रोल, डीजल और गैस का दाम हाई है। मिडिल क्लास वालों के लिए घर चलाना भी मुश्किल हो गया है। महिलाएं काफी परेशान हैं चूंकि उनके किचन का बजट बिगड़ चुका है। लोअर क्लास वाले तो खाने के लिए भी बड़ी मुश्किल से जुटा पा रहेहैं। सरकार को ये चीजें नजर नहीं आतीं।

गोपाल पांडेय

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पेट्रोल-डीजल तथा गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों से आम जनता की डेली लाइफ प्रभावित हो गई है। आसमान छूती कीमतों ने मध्यम परिवार की कमर तोड़ कर रख दी है। पेट्रोल-डीजल के कारण सामान महंगे होते जा रहे हैं। गैस की सब्सिडी भी मात्र 37 रुपए आती है। आखिर आम आदमी कहां जाएगा।

अनामिका सिंह

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पेट्रोल और डीजल का रेट बढ़ गया। अब कोरोना काल में तो गाड़ी से जाने में सोचना पड़ रहा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में किराया ज्यादा लग रहा है। जब तक पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमत नहीं कम होगी तब तक मिडिल क्लास फैमिली के ऊपर बोझ कम नहीं होगा। इनकी कीमतों के कारण लोगों का घर चलाना भी मुश्किल हो गया है।

नीपू सिंह

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पेट्रोल, डीजल, गैस के दाम दिन-प्रतिदिन आसमान छूते जा रहे हैं। हम जैसे मिडिल क्लास लोगों को डेली यूज के अलावा घर चलाना भी मुश्किल हो गया है। कोरोना काल में इनकम ठप पड़ गया और काम भी मंदा है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से हर वस्तु की कीमतों में उछाल आ जाता है, जिसकी मार हम जैसे लोगों को झेलनी पड़ रही है।

सोमनाथ मिश्रा