RANCHI: सिटी में फिर से अपराध का ग्राफ बढ़ने लगा है। चोरी, छिनतई, मर्डर जैसी घटनाएं आए दिन सामने आ रहे हैं। पुलिस मुख्य सड़कों पर गश्ती तो करती है लेकिन गलियों, मुहल्लों में पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग नहीं करने की वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। छोटे-मोटे आपराधिक वारदातों को ज्यादातर नशेड़ी ही अंजाम दे रहे हैं। पुलिस के लिए चुनौती बन चुके इन नशेडि़यों से निपटने के लिए अब एक नया प्लान तैयार किया गया है। रांची पुलिस ने अब कालोनियों में भी मोटरसाइकल (टाइगर मोबाइल) से गश्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। सिटी में शांति कायम करने के लिए बाइक से गश्ती को एसओपी तैयार किया चुका है। जल्द ही गली-मोहल्लों में देर शाम से बाइक से पेट्रोलिंग होगी।

हर दिन हो रही घटनाएं

रांची में हर दिन किसी न किसी थाना में चोरी और छिनतई के मामले दर्ज कराए हो रहे हैं। बुधवार को भी पंडरा ओपी में एक दुकान में चोरी की खबर आई। दुकान की सिलिंग तोड कर चोर दुकान में रखे कई सामान लेकर गायब हो गए। वहीं चार दिन पहले चुटिया थाने में भी चोरी के मामले दर्ज किए गए थे। सिर्फ चोरी और छिनतई ही नहीं बल्कि मारपीट की घटनाएं भी हर दिन हो रही है। गुरुवार को ही सदर हॉस्पिटल में सीएम का धौंस दिखा कर कुछ लोगों ने डॉक्टर और नर्स से ही मारपीट कर ली। इसी तरह बीते 15 दिनों में चुटिया, मोरहाबादी, बरियातू, लालपुर, कोतवाली थाना क्षेत्र से भी मारपीट के कई मामले आए हैं।

नशेड़ी दे रहे चुनौती

चोरी-छिनतई की घटना को अंजाम देने वाले ज्यादातर लोग नशे के आदि होते हैं। वे अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए चोरों ने खुद यह बात स्वीकार की है। नशेड़ी दिन में ही बंद घरों की रेकी करते हैं और रात में उसी घर में चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। लोकल लोगों के अनुसार जो व्यक्ति चोरी को अंजाम देता है, वह कबाड़ी वाला बन कर पहले मुहल्लों की रेकी करता है। कभी पलंबर, कभी पेंटर बनकर ये लोग घर के अंदर पहुंचते हैं और चोरी को कैसे अंजाम देना है, इसकी योजना तैयार कर लेते हैं। हाल में ही रांची पुलिस ने खलारी इलाके से इस गिरोह के 10 सदस्यों को धर-दबोचा था। गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ कि यह गिरोह राजधानी रांची के इलाकों में कुछ ज्यादा ही सक्रिय है।

थानों में दर्जन भर मामले दर्ज

बीते दस दिन में सिटी के अलग-अलग थानों में केवल चोरी के ही दर्जन भर से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा छिनतई, झपट्टामारी, छेड़छाड़, मारपीट समेत कई छोटे-मोटे अपराध भी शामिल हैं। आपराधिक छवि वाले लोग कॉलोनियों के सुनसान इलाकों में नशे का सेवन करते हैं। इससे भी आस-पास में रहने लोगों को परेशानी होती है। कॉलोनी में गांजा, शराब और दूसरे नशीले पदार्थो का सेवन करते हैं। कभी-कभी खुद में ही मारपीट भी कर लेते हैं। सोमवार को चुटिया थाना क्षेत्र में शराब पी रहे दो ग्रुप आपस में ही भीड़ गए, मामला थाने तक जा पहुंचा। हालांकि, समझाने के बाद मामला शांत हो गया। रविवार को मोरहाबादी मैदान में भी इसी तरह की घटना हुई। वहां पीसीआर के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत कराया गया।

मुहल्लों में बाइक से होगी गश्ती : एसएसपी

सिटी में बढ़ रहे अपराध को एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने भी गंभीरता से लिया है। एसएसपी के निर्देशानुसार अब कालोनियों में भी मोटरसाइकल से पुलिस गश्ती करेगी। पुलिस विभाग की ओर से इसकी तैयारी चल रही है। एसएसपी ने बताया कि राजधानी में क्राइम कंट्रोल के लिए बाइक से गश्ती के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किया जा चुका है। एसएसपी ने सभी थानों को भी क्राइम कंट्रोल करने एवं संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर मोटरसाइकल गश्ती के लिए पुलिस कर्मी तैनात करने का निर्देश दिया है। मोटरसाइकल गश्ती करने वाले पुलिसकर्मी सस्पेक्टेड लोगों की जांच करेंगे एवं किसी तरह की शंका होने पर तुरंत इसकी जानकारी वायरलेस के माध्यम से लोकल थाने को देंगे। शाम के वक्त सुनसान सड़क, चौराहों पर भी ये नजर रखेंगे।