-सबसे पहले पहुंचा था घटनास्थल पर, तथ्यों से किया छेड़छाड़, सुसाइडल नोट फाड़ा

रांची। चान्हो थाना क्षेत्र के तरंगा गांव में 25 जनवरी को हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने चोरेया गांव के चौकीदार जफर अंसारी को जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे चौकीदार जफर अंसारी 12 वर्षीय मनीष उरांव व 20 वर्षीय गणेश भगत की हत्या वाले स्थल पर पहुंचे और वहां से घटना से संबधित साक्ष्य से छेड़छाड़ किया। बताते चलें कि तरंगा गांव के निकट जिस खेत मे बने घर में मनीष उरांव का शव खटिया में व गणेश भगत का शव फंदे से लटका मिला था। वह घर चोरेया के चौकीदार जफर अंसारी व नेवारटोली के मंगू उरांव ने संयुक्त रूप से बनवाया है। दोनों वहीं खेतीबाड़ी भी करते थे। घटना के दिन 25 जनवरी को चौकीदार जफर अंसारी बैंक ड्यूटी के बाद सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचा था। उसी ने घटना की सूचना चान्हो थाना पुलिस को दी थी। मामले पर डीएसपी मनोज कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर चौकीदार जफर अंसारी को एक सुसाइडल नोट मिला था। लेकिन, घटनास्थल जफर का ही घर था। उसे लगा कि कहीं वह खुद ही इस मामले में न आ जाए। इसी डर से जफर अंसारी ने घटनास्थल से मिले सुसाइडल नोट को फाड़ कर छिपा दिया था। साथ ही घटनास्थल पर रखे कोड़ी बेट को भी घर के पीछे फेंक कर वह चुपचाप हो गया। बाद में थाना पुलिस के द्वारा पूछताछ के क्रम में उसने अपनी गलती स्वीकारी और फाड़े गए सुसाइडल नोट को पुलिस को उपलब्ध कराया था। डीएसपी के अनुसार उक्त सुसाइडल नोट गणेश भगत का था। इसकी लिखावट का मिलान उसकी डायरी से कर लिया गया है। गणेश भगत ने सुसाइड नोट में लिखा था कि उससे गलती हो गई है। इसलिए अब उसे कोई नहीं बचा पाएगा, इसलिए वह आत्महत्या कर रहा है। बताया जा रहा है कि गणेश भगत के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर्फ फांसी लगने से मौत का जिक्र है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर में किसी अन्य बाहरी जख्म के निशान नहीं मिला है।

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