रांची(ब्यूरो)। देश भर में हो रहे साइबर फ्रॉड के समय आम नागरिक भरोसेमंद संस्थान में ही जमा पंूजी इनवेस्ट करना चाहती है। गवर्नमेंट सेक्टर से जुड़े ऑर्गनाइजेशन पर हर व्यक्ति को भरोसा होता है। लेकिन यदि यहां भी फ्रॉड होने लगे फिर आम पब्लिक किस पर भरोसा करे। जी हां, राजधानी रांची में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। पोस्ट ऑफिस जिसे सबसे ज्यादा विश्वसनीय माना जाता है, यहां करीब 1.68 करोड़ रुपए की ठगी मामले का खुलासा हुआ है। धुर्वा स्थित सब पोस्ट ऑफिस में यह फर्जीवाड़ा हुआ है। पोस्ट ऑफिस के खाताधारकों से एजेंट ने लाखों रुपए उड़ा लिये। जिसकी जानकारी होने के बाद खाता धारकों के होश उड़ गए। मिली जानकारी के अनुसार, पोस्ट ऑफिस के कर्मियों के साथ मिलकर धुर्वा के ही एक एजेंट ने वहां के जमाकर्ता के पैसे अवैध तरीके से निकाल लिये। इस मामले में धुर्वा थाना में पोस्ट ऑफिस के सब-पोस्टमास्टर रामचरण उरांव ने पांच के विरुद्ध धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, गबन के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इनमें पोस्टल असिस्टेंट मार्शल कुजूर, पोस्टल असिस्टेंट प्रबुधन उरांव, पोस्टल असिस्टेंट शशिभूषण स्वांसी, पोस्टल असिस्टेंट रंजना शरण और एजेंट संतोष कुमार सिंह शामिल हैं। मामला सामने आने के बाद आनन-फानन में चार कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

नौ लोगों से हुई धोखाधड़ी

पोस्ट ऑफिस धोखाधड़ी मामले में 9 लोगों ने धुर्वा सब-पोस्ट ऑफिस के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। इनमें टंकी साइड धुर्वा निवासी यज्ञ नारायण तिवारी जिनका 30 लाख, हटिया निवासी प्रियंका शर्मा के 18 लाख, बालालौंग निवासी सोमनाथ तिर्की के 9 लाख, धुर्वा निवासी नरेंद्र कुमार के 15 लाख, दीनानाथ शर्मा के आठ लाख, मुकेश टोप्पो के 23 लाख, कृष्णा कुमार सिंह के 4 लाख, चंद्रशेखर सिंह के 8.80 लाख और अवधेश सिंह के 53 लाख 1 हजार 200 रुपए पोस्ट ऑफिस में जमा थे। लेकिन इनके खाते से अवैध रूप से पैसे की निकासी कर ली गई। इस फर्जीवाड़ा में पोस्ट ऑफिस के ही एजेंट का नाम सामने आया है। हालांकि, पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

क्या है पूरा मामला

एफआईआर के अनुसार, एजेंट संतोष कुमार सिंह ने डाक कर्मियों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा किया है। लोगों के जमा पैसे इन कर्मियों के साथ मिलकर दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किए गए, जिसकी जानकारी अकाउंट होल्डर तक को नहीं दी गई। एजेंट संतोष ने अवैध तरीके से निकासी स्लिप पर पैसे भरे और इन कर्मियों के सहयोग से निकासी कर ली। जैसे ही ये खबर निकलकर सामने आई, उसके बाद धुर्वा पोस्ट ऑफिस में अपना अकाउंट चेक करने वालों की भीड़ लग गई।

एमआईएस अकाउंट से अवैध निकासी

ज्यादातर पैसे एमआईएस अकाउंट वाले से की गई है। दरअसल पोस्ट ऑफिस में एक स्कीम चलता है, जिसे एमआईएस यानी मंथली इंटरेस्ट स्कीम कहा जाता है। इस स्कीम के तहत एक बार अपनी मोटी रकम डाकघर में जमा कर छोड़ दी जाती है। हर महीने इसका इंटरेस्ट मिलता रहता है। कई लोग रिटायरमेंट के बाद इस स्कीम का फायदा उठाना चाहते हैं। इसी उम्मीद और सपने के साथ लोगों ने अपने जीवन भर की कमाई पोस्ट ऑफिस में जमा कर दी। लेकिन ठगों ने एक बार में ही उनके सारे सपने तहस-नहस कर दिए।

चार कर्मियों की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की फिलहाल जांच जारी है। दोषियों पर जरूर कार्रवाई की जाएगी।

-राम चरण उरांव, सब पोस्टमास्टर