रांची: ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है। इन्हीं ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के भरोसे सिटी में यातायात व्यवस्था सुगम बनी रहती है। लेकिन इन दिनों लगभग सभी ट्रैफिक पोस्ट पर पुलिस कर्मियों की संख्या कम हो गई है। जिन चौराहों सात-आठ पुलिस कर्मी ड्यूटी कर रहे थे वहां आज सिर्फ तीन-चार पुलिस से ही काम लिया जा रहा है। दरअसल पुलिस कर्मियों को हाई लेवल की ट्रेनिंग दी जानी थी। डीजीपी नीरज कुमार के आदेशानुसार, रांची समेत अन्य जिलों के भी ट्रैफिक पुलिस को ट्रेनिंग देने की रूपरेखा तैयार हुई थी। यह ट्रेनिंग सात अप्रैल से ही होना था, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए फिलहाल इसे टाल दिया गया है। लेकिन जो जवान ट्रेनिंग के लिए चले गए थे। वे अब तक नहीं लौटे या यूं कहें कि उन्हें दोबारा बुलाया ही नहीं गया।

बिगड़ने लगी ट्रैफिक व्यवस्था

ट्रैफिक पोस्ट खाली रहने से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी बिगड़ने लगी है। लोग रूल ब्रेक कर गाड़ी चला रहे हैं, जिसमें कई बार छोटे-मोटे हादसों का भी शिकार हो रहे हैं। हेलमेट लगाने में भी यूथ लापरवाही बरतने लगे हैं। ट्रैफिक पुलिस के तैनात रहने से युवा इस तरह की गलती नहीं करते थे। पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मचारी ने बताया कि ट्रेनिंग के नाम पर आधे से अधिक जवान अपने घर चले गए। ट्रैफिक संभालने में ट्रैफिक पुलिस के अलावा आइआरबी और सहायक पुलिस से भी सहयोग लिया जाता था। लेकिन इन दिनों सिर्फ ट्रैफिक पुलिस ही यातायात संभाल रहे हैं। इतनी गर्मी में पुलिस को आराम करने का भी मौका नहीं मिलता। कर्मियों की संख्या ज्यादा रहने से बारी-बारी ड्यूटी करते थे। लेकिन अब लगातार 08 से 10 घंटा ड्यूटी करना पड़ रहा है। ट्रैफिक पोस्ट पर कोई सुविधा भी नहीं है। यहां तक एक पंखा तक नहीं लगा हुआ है, जिससे गर्मी में परेशानी बढ़ी है।

ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए ट्रेनिंग

राजधानी रांची में ट्रैफिक मैनेजमेंट की ओर से ज्यादा बेहतर करने के लिए यहां ट्रैफिक डिपार्टमेंट में काम कर रहे लोगों को ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया गया था, जिसमे पहले पुलिस कर्मियों को बेंगलुरू भेज कर ट्रेनिंग लेने का निर्णय लिया गया था। लेकिन बाद में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते झारखंड में ही एक्सपर्ट को रांची बुलाकर ट्रेनिंग कराने की रूपरेखा तैयार हुई थी, जिसमें रांची समेत 9 जिलों ट्रैफिक पुलिस को ट्रेंड किया जाता। ट्रेनिंग में पुलिस कर्मियों को यातायात नियम से लेकर साइन और अन्य विषयों की जानकारी दी जाएगी। जमशेदपुर स्थित ट्रैफिक ट्रेनिंग कॉलेज में पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट में पोस्टिंग होने पर पुलिसकर्मियों को बेसिक रिफ्रेशर कोर्स कराया जाता है।

कोरोना ने भी बढ़ाई परेशानी

सिटी में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से भी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की भी परेशानी बढ़ी है। रूल ब्रेक करने वाले लोगों को रोककर फाइन करने में पुलिस कर्मियों को भय बना रहता है। इस संबंध में एक पुलिस कर्मी ने बताया कि रात दिन समाचार में हालत देख कर सभी लोग डरे हुए हैं। अब डिपार्टमेंट में भी पॉजिटिव मामले आने लगे हैं। जिस वजह से सभी थोडे़ संभल-संभल कर ड्यूटी कर रहे हैं। सभी पुलिस कर्मी मास्क, हैंड ग्लव्स लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ड्यूटी कर रहे हैं। सरकार द्वारा जारी सभी गाइडलाइंस का भी पालन किया जा रहा है। लोगों से भी बार-बार अपील की जा रही है कि वे भी मास्क लगाकर ही घर से निकले।