रांची(ब्यूरो)। तख्तश्री हरमंदिर साहिब पटना के जत्थेदार गौहर ए मसकीन ज्ञानी रंजीत सिंहजी का रांची आगमन हुआ है। इस उपलक्ष्य में शनिवार को गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा कृष्णा नगर कॉलोनी में रात 7 बजे से विशेष दीवान सजाया गया। इसकी शुरुआत स्त्री सत्संग सभा की शीतल मुंजाल द्वारा गुरु नानक की वडियाईशबद गायन से हुई। इसके बाद हजूरी रागी जत्था भाई महिपाल सिंहजी एवं साथियों ने बाबा नानक तेरी जय होवे, सुनी पुकार दातार प्रभ गुर नानक जग माहे पठायाशबद गायन कर संगत को गुरु वाणी से जोड़ा। गुरुद्वारा साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी जिवेंदर सिंहजी ने कथा वाचन कर गुरुनानक देवजी की जीवनी पर प्रकाश डाला। दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी जत्था भाई वरियाम सिंहजी ने सतगुरु नानक परगटया मिटी धुंध जग चानन होआ,, कल तारण गुर नानक आया, नानक नाम चढ़दी कला तेरे भाणे सरबत दा भलाजैसे एक के बाद एक कई शबद गायन कर कॉलोनी की संगत को मंत्रमुग्ध कर वातावरण नानकमय कर दिया।
कथावाचन में गुरु इतिहास
विशेष रूप से आमंत्रित तख्तश्री हरमंदिर साहिब पटना के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंहजी ने कथा वाचन कर गुरु इतिहास से साथ संगत को रूबरू कराया। मौके पर सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारकादास मुंजाल ने जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंहजी को कृपाण एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। अरदास हुकुमनामा कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ विशेष दीवान की समाप्ति रात 11:30 बजे हुई। इसके बाद गुरु का अटूट लंगर चला।