रांची (ब्यूरो)। रांची नगर निगम क्षेत्र में जितनी भी इंफोर्समेंट टीम तैनात हैं, वो पूरे दिन में जहां मन वहां घूमती रहती है। उनको जहां से भी जरूरी सूचनाएं मिलती हैं या उनको अतिक्रमण या अवैध निर्माण दिखता है वो वहां पहुंच जाती है। टीम किस समय, कहां रहती है उसकी मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है। सुबह में निकलती है और शहर के कई इलाकों में चक्कर लगाती रहती है। कई बार यह भी शिकायतें मिली हैं कि इंफोर्समेंट टीम अवैध निर्माण और अतिक्रमण के पास जाकर भी वहां कार्रवाई नहीं करती है और इसकी जानकारी निगम को भी नहीं हो पाती है। इसलिए निगम के अधिकारियों ने इंफोर्समेंट टीम पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है। अब इंफोर्समेंट टीम को फाइन करने के लिए मशीन का इस्तेमाल करना होगा, मैनुअल तरीके से वह लोगों से अब फाइन नहीं काट सकेगी। इसके अलावा टीम कहां घूम रही है इसकी रियल टाइम मॉनिटरिंग करने के लिए भी वाकी टॉकी मशीन उपलब्ध कराई जाएगी।

निगम को भी नहीं होती पूरी जानकारी

निगम के अधिकारियों को भी यह पूरी जानकारी नहीं होती है कि इंफोर्समेंट की टीम कहां पर है। निगम के अधिकारियों को बिना बताए भी इंफोर्समेंट टीम शहर में अतिक्रमण हटाने निकल जाती है। इसलिए निगम द्वारा 17 वाकी टॉकी मशीन की खरीदारी की जा रही है। यह मशीन इंफोर्समेंट टीम के अलावा नगर निगम के सीनियर अधिकारियों के पास भी उपलब्ध होगी, जिस तरह से पुलिस का मॉडल काम करता है। वाकी टॉकी के माध्यम से हमेशा इन्फॉर्मेशन देते रहना होगा। निगम के अधिकारी भी उनको समय-समय पर वाकी टॉकी के माध्यम से दिशा-निर्देश जारी करते रहेंगे। निगम के एक अधिकारी ने बताया कि इसका मकसद इंफोर्समेंट टीम इस समय कहां मौजूद है, इसकी जानकारी सीनियर अधिकारियों के पास रखना है। इससे अगर वह अवैध उगाही और बिना जानकारी के किसी जगह पहुंचती है तो उस पर रोक लगाई जा सकेगी।

निगम को राजस्व भी नहीं मिलता

निगम के अधिकारियों को यह भी सूचना मिली है कि इंफोर्समेंट टीम द्वारा अतिक्रमण और अवैध निर्माण हटाने के लिए साइट पर पहुंचने के बाद भी वहां कुछ नहीं किया जाता है। अगर अवैध निर्माण और अतिक्रमण को इंफोर्समेंट टीम हटाती तो निगम को भी फाइन के रूप में राजस्व मिलता है। लेकिन इंफोर्समेंट टीम द्वारा मिलीभगत करके फाइन ही नहीं काटा जाता है, इसका सीधा नुकसान नगर निगम को हो रहा है।

17 ई पॉश मशीन व 17 वाकी टॉकी खरीदी जाएगी

नगर निगम को अवैध वसूली की शिकायत बार-बार मिल रही थी, इसके बाद रांची नगर निगम ने तय किया है कि अवैध वसूली ना हो, इसके लिए ई पाश मशीन के माध्यम से ही पेमेंट लिया जाएगा। निगम की ओर से इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई है। 1 सप्ताह के अंदर 17 ई पॉश मशीन की खरीदारी की जाएगी। शहर में जितनी भी इंफोर्समेंट टीम के लोग घूमते हैं, उनको दे दिया जाएगा। साथ ही उनको टारगेट दिया जाए कि जो भी फाइन निगम द्वारा लोगों से वसूला जाएगा, वो मशीन के माध्यम से ही दिया जाए।