रांची (ब्यूरो): शुक्रवार को आयोजित इस कार्यक्रम में पांच सौ स्टूडेंट्स ने शिरकत की। उद्घाटन डीएसपीएमयू के वीसी प्रो डॉ तपन कुमार सांडिल्य ने किया। उन्होंने कहा कि आजादी संघर्षों की बलिवेदी पर जान न्योछावर कर हमें प्राप्त हुई है। अक्सर हम पर्दे के पीछे के नायक को भूल जाते हैं। ऐसे विषय केन्द्रित क्विज आपको उन अनुछुए पन्नों से गुजरने का, उन बेशकीमती लम्हों को जीने का एक मौका देता है और आप एक जिम्मेदार नागरिक की तरह खिल कर बाहर आते हैं।

पूछे गए 75 सवाल

क्विज में होस्ट डॉ विनय भरत ने भारत के आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर संघर्ष के दौर 75 सवाल पूछे, जिनका जवाब स्टूडेंट्स ने दिया। जिन छात्रों ने सबसे ज्यादा जवाब दिए उनमें रवि शंकर चौधरी (अंग्रेजी सेमेस्टर-2), सुचेता बेरा (अंग्रेजी, सेमेस्टर-2), हर्ष श्रीवास्तव (राजनीति विज्ञान सेमेस्टर-2), मृत्युंजय कुमार (राजनीति विज्ञान सेमेस्टर-4), रानी कुमारी (अंग्रेजी, सेमेस्टर-2), नीतू कुमारी ईएलएल सेमेस्टर-2), कृति कुमारी (जूलोजी एमए)।

रखे अपने विचार

इस मौके पर अंग्रेजी एमए की छात्रा दीपज्योति ने कार्यक्रम की शुरुआत में भारत की आजादी विषय पर अपने विचार रखे। वहीं एमए की छात्रा शिवानी मिश्रा अभिनित फिल्म जॉनी वाकर को भी प्रदर्शित किया गया। छात्रों ने फिल्म को देखने के बाद तालियों से सभागार को गुंजायमान कर दिया।

इनका रहा योगदान

डॉ अनिल कुमार ने स्वागत भाषण दिया। रजिस्ट्रार नमिता सिंह ने भी छात्रों को आजादी की बलिदानी के प्रति दिल में अनुग्रह रखने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर के शिक्षक सौरभ मुखर्जी, कर्मा कुमार, श्वेता गौरव, शुभांगी रोहतगी और इंग्लिश डिपार्टमेंट की शिक्षिका दिव्या प्रिया का खास योगदान रहा।