पलामू/लातेहार :रांची जाऊंगी तो राजधानी एक्सप्रेस से ही। बस से जाना होता तो ट्रेन का टिकट क्यों लेती? दिल्ली से ही बस से सफर कर रांची आती। टिकट राजधानी एक्सप्रेस का है तो इसी से जाऊंगी। टाना भगतों के आंदोलन से डालटनगंज स्टेशन पर फंसी राजधानी एक्सप्रेस में सवार युवती ने यह जिद पकड़ ली तो रेलवे अधिकारी भी परेशान हो गए। क्या करें, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था। दिल्ली तक रेलवे के अफसरों के फोन घनघनाने लगे। अंत में युवती की जिद के आगे रेलवे बोर्ड को झुकना पड़ा। राजधानी एक्सप्रेस शाम करीब चार बजे डालटनगंज से वापस गया ले जाकर गोमो और बोकारो होते हुए रांची भेजनी पड़ी। दिल्ली से सवार युवती राजधानी एक्सप्रेस से ही रांची गई, जबकि अन्य यात्री पहले ही बसों से रवाना कर दिए गए थे।

अधिकारियों ने पहले सोचा, आंदोलन जल्द खत्म हो जाएगा

दिल्ली से रांची आ रही राजधानी एक्सप्रेस में 930 यात्री सवार थे। टोरी में टाना भगतों के रेलवे ट्रैक पर चल रहे आंदोलन की वजह से राजधानी एक्सप्रेस डालटनगंज में रोक दी गई। पहले तो अधिकारियों ने सोचा कि आंदोलन खत्म हो जाएगा तो ट्रेन इसी रूट से रांची पहुंचा दी जाएगी। जब आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को इसकी जानकारी दी गई। उन्होंने यात्रियों को बसों से रांची भेजने का आदेश दिया। बोर्ड ने निर्देश दिया कि ट्रेन डालटनगंज में ही खड़ी रखी जाए। आंदोलन खत्म हो जाए तो उसे नियमित रूट से रांची भेज दिया जाए। इसके बाद 929 यात्री बस से रांची लाए गए, लेकिन एक युवती बस से रांची जाने के लिए तैयार नहीं हुई।

कार से भेजने की बात पर भी नहीं मानी

रेलवे के अधिकारियों ने युवती से कहा कि उसके पास अब रांची जाने का कोई चारा नहीं है। क्योंकि, बोर्ड से राजधानी एक्सप्रेस को डालटनगंज में ही खड़ा रखने का आदेश मिला है। इसलिए वह चाहे तो कार के जरिए रांची भेज सकते हैं। मगर युवती इस जिद पर अड़ी रही कि वह राजधानी एक्सप्रेस से ही रांची जाएगी। दिल्ली यह संदेश पहुंचाया गया। फिर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन की ओर से डीआरएम को निर्देश दिया गया कि युवती को राजधानी एक्सप्रेस में बैठा कर ट्रेन गोमो व बोकारो के रास्ते रांची ले जाई जाए।

535 किलोमीटर चली राजधानी एक्सप्रेस

युवती को लेकर राजधानी एक्सप्रेस 535 किलोमीटर चली। ट्रेन को डालटनगंज से सीधे रांची आना था। डालटनगंज से ट्रेन के जरिए रांची की दूरी 308 किलोमीटर है। मगर, ट्रेन को गया से गोमो व बोकारो होकर रांची लाना पड़ा। डालटनगंज से गया 217 किलोमीटर व गया से बोकारो 202 किलोमीटर और बोकारो से रांची 116 किलोमीटर यानी कुल 535 किलोमीटर का सफर करना पड़ा। युवती की सुरक्षा के लिए आरपीएफ की कई महिला सिपाही तैनात की गई थीं।

सभी यात्रियों को बस के जरिए डालटनगंज स्टेशन से रांची पहुंचाया गया। मगर, एक युवती ऐसा करने के लिए तैयार नहीं थी। उसने ट्रेन से ही रांची जाने की जिद की। इस पर राजधानी एक्सप्रेस को गया, गोमो व बोकारो होकर देर शाम रांची के लिए रवाना किया गया।

- अखिलेश पांडेय, सीनियर डीसीएम धनबाद।