रांची (ब्यूरो) । नामकुम, पतराटोली निवासी राजकुमार बाल्मीकि 62 वर्षीय ने 22वीं एशियाई मास्टर गेम में भारत को रजत पदक लेकर भारत को दूसरे स्थान पर जीत दिलाई है। राजकुमार ने एशियाई गेम में गोला फेंकने में पोजीसन 60 प्लस डालकर दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने भारत के साथ ही झारखण्ड का नाम भी रौशन किया है। राजकुमार सीसीएल कर्मी है।

पिता व माता सैनिक

राजकुमार के पिता व माता सेना में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत थे। राजकुमार को नौकरी लगने से पूर्व में वे 15 वर्ष की उम्र से ही गोला फेंकने का नामकुम बाजार स्थित मैदान में प्रतिदिन अभ्यास किया करते थे। इसके बाद सीसीएल गांधीनगर में नौकरी व सेवानिवृत होने के पश्चपात भी उन्होंने प्रयास नहीं छोड़ा। जिसका परिणाम उन्होंने 62 वर्ष के उपरांत उन्होंने रजत पदक प्राप्त किया।

एयरपोर्ट पर स्वागत

इसके साथ ही टीम के सदस्य दशरथ महतो अशोक महतो, तिरलोचा,संजय,

ललिता, प्रभा तरफ से बधाई दी।

राजकुमार बाल्मीकि के जीतकर घर लौटने पर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। घर लौटने के क्रम में सदाबहार चौक,नामकुम बाजार, बरगांवा सहित अन्य जगहों पर स्थानीय प्रतिनिधियों माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान जिप सदस्य रामवतार केरकेट्टा, राज्यसभा सांसद मनोज कुमार सिंह, वीकू सिंह, समाजसेवी प्रभाष झा, निरंजन नाथ सहदेव, गुड़ु तिवारी, जय सिंह, विकाश सिंह, छोटू तिवारी, छोटू मुंडा, रामाधार सिंह, गोपाल,जय प्रकाश तिवारी, बिदेशरी, क्रांति घोष ने स्वागत किया।