रांची(ब्यूरो)। सिटी में एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने-जाने के लिए सिटी बस की व्यवस्था है। भले ही बस की स्थिति वर्तमान में सही नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में नगर निगम सुधार में जुटा हुआ है। बसों की संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया जारी है। वहीं सिटी को स्मार्ट सिटी के रूप में डेवलप करने कीे दिशा में भी कई काम हो रहे हैं। इसी के तहत अब सिटी बस के लिए भी ऐप लांच करने का निर्णय लिया गया है। इस ऐप की मदद से बस का लोकेशन ट्रैस किया जा सकेगा। इस ऐप की मदद से पैसेंजर्स को यह जानने में सुविधा होगी कि बस कचहरी में है या कांटाटोली में, इसे राजेंद्र चौक से अल्बर्ट एक्का चौक तक पहुुंचने में कितना समय लगेगा। पैसेंजर अपने मोबाइल फोन पर ही बस का लाइव लोकेशन देख सकेंगे। लोगों की सहूलियत को देखते हुए एजेंसी द्वारा एक ऐप डेवलप किया जा रहा है, जिसे जल्द ही लांच किया जाएगा।

आवागमन सुगम होगा

झारखंड की राजधानी रांची अब धीरे-धीरे स्मार्ट सिटी बनती जा रही है। खासकर ट्रैफिक व्यवस्था की बात करें तो ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन, ट्रैफिक डिपार्टमेंट और नगर निगम पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं। आम जनों को शहर के एक छोर से दूसरे छोर जाने में कोई मुश्किल न हो और बेहद किफायती दर में शहर के अंदर ट्रैवल कर इसके लिए बसों की खरीदारी की प्रक्रिया चल रही है। इस साल 244 नए सिटी बस रांची की सड़कों पर उतारी जाएगी। 244 नई सिटी बसों की खरीदारी के लिए टेंडर जारी किया जा चुका है। अब इसे और ज्यादा सरल और सुगम बनाने के लिए ऐप भी डेवलप किया जा रहा है। रांची नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार सिटी बसों के टेंडर जारी करने के बाद उन बसों में किराया कलेक्शन व मैनपॉवर उपलब्ध कराने के लिए निगम ने टेंडर निकाला है। इसके तहत इच्छुक एजेंसी 9 फरवरी तक इसमें भाग ले सकती है। जिन कंपनी को यह टेंडर मिलेगा उन्हीं को सिटी बसों की रखरखाव का काम भी सौंपा जाएगा।

सिटी के बाहर भी चलेगी बस

नगर निगम की सिटी बस आने वाले दिनों में रिंग रोड पर भी चलती हुई दिखाई देगी। शहर के बाहर रिंग रोड से होते हुए शहर के अंदर तक बसों का परिचालन होगा। ताकि दूर-दराज से आने वाले लोगों को सुविधा हो। बसों की दूरी को देखते हुए किराया भी कम रखा जाएगा। जिससे ज्यादा से ज्यादा बस का इस्तेमाल कर सकेंगे। इन बसों के लिए खादगढ़ा और आईटीआई बस स्टैंड में बस डीपो भी बनाया जाना है। इसके लिए भी करीब पांच करोड़ रुपए की राशि को स्वीकृति दे दी गई है। वहीं सिटी में 200 स्टापेज भी बनाए जाएंगे। इधर ट्रैफिक की अव्यवस्था को देखते हुए सिटी में ई-रिक्शा पर रोक लगाने का भी निर्णय लिया गया है। जानकारी के मुताबिक मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शा पर पूरी तरह रोक लगा दी जाएगी। सिर्फ गलियों और मोहल्लों में ही इनका परिचालन होगा। इसके लिए भी ई-रिक्शा को रूट पास लेना अनिवार्य होगा।

ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन

सिर्फ लोकेशन ही नहीं, बल्कि किराया देने में भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। आने वाले दिनों में सिटी बस फेयर को लेकर होने वाली किचकिच बंद हो जाएगी। दरअसल नगर निगम द्वारा सिटी बसों में किराया वसूलने के लिए ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाया जाना है। इससे पैसेंजर को किराया देने में कोई परेशानी नहीं होगी। रांची नगर निगम ने इस सिस्टम को लगाने के लिए एजेंसी चयन का काम भी शुरू कर दिया है। एजेंसी का चयन होते ही इसका फायदा मिलने लगेगा। इसमें पैसेंजर को सिटी बस में चढऩे के बाद क्यूआर कोड वाले टिकट का उपयोग करने का विकल्प भी होगा, जिसे निगम के मोबाइल ऐप या वेबसाइट पर डिजिटल रूप से प्राप्त किया जा सकता है।