RANCHI:साइबर क्राइम के मामले राज्य भर में बढ़ रहे हैं। लोगों के खातों से चूना लगाने, ओटीपी शेयर कर रुपए उड़ाने, लिंक भेजकर खातों से रुपए उड़ाने, सोशल साइट्स पर फर्जी आइडी बनाने, अश्लील या अपत्तिजनक टिप्पणी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रांची सहित रा<स्हृद्द-क्तञ्जस्>यभर में हर महीने 83 से <स्हृद्द-क्तञ्जस्>यादा आईटी एक्ट के मामले दर्ज हो रहे हैं। पिछले पांच वषरें के भीतर (2016 से 2021) अलग-अलग साइबर थानों सहित अन्य थानों में 5396 मामले दर्ज हुए हैं। इनमें सबसे <स्हृद्द-क्तञ्जस्>यादा रांची में 1383 मामले दर्ज हुए हैं। जबकि सबसे कम सिमडेगा और खूंटी जिले में आईटी एक्ट से संबंधित मामले दर्ज हुए हैं। ये आंकड़े वैसे हैं, जिनपर एफआईआर हुई, लेकिन हजारों मामले वैसे हैं जो केवल जांच तक सिमटी हुई है। इनकी अलग-अलग फाइलें खुलती हैं। साइबर फ्रॉड के मामले तो दर्ज हो रहे, लेकिन अपराधियों को पकड़ने का आंकड़ा काफी कम है। कुछ ही मामलों में पुलिस साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर पाती है। इन्हें पकड़ना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।

किस जिले में कितने मामले

रांची -1383

सिमडेगा - 37

गुमला - 77

लोहरदगा - 62

खूंटी - 38

जमशेदपुर - 329

चाईबासा - 109

सरायकेला - 173

पलामू - 132

लातेहार - 92

गढ़वा - 101

बोकारो - 173

धनबाद - 427

दुमका - 83

साहिबगंज - 46

पाकुड - 77

जामताड़ा - 398

गोड्डा - 96

देवघर - 370

हजारीबाग - 386

गिरिडीह - 323

कोडरमा - 78

रामगढ़ - 164

चतरा - 102

साइबर थाना - 135

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रांची में वर्षवार आंकड़े -

2016 - 130

2017 - 177

2018 - 235

2019 - 494

2020 - 290

2021 - 57 (जनवरी से मई तक)

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रांची के साइबर थाना में दर्ज मामले -

2016 - 16

2017 - 19

2018 - 24

2019 - 28

2020 - 25

2021 - 26 (जनवरी से जून तक)

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ठगी के ये तरीके

-इन दिनों लिंक भेजकर मोबाइल को रिमोटली एक्सेस किया जा रहा। इससे मोबाइल व कंप्यूटर साइबर अपराधियों के कंट्रोल में आ रहा। इसके बाद मनी वालेट से रुपए उड़ाए जा रहे हैं।

-एटीएम क्लोन कर खातों में सेंध लगाए जा रहे हैं।

-खातों की डिटेल्स, ओटीपी व पिन पूछकर खाते से रुपए उड़ाए जा रहे हैं।

-ब<स्हृद्द-क्तञ्जस्>चों की गेमिंग ऐप के जरिए खातों में सेंध लगाए जा रहे हैं।

-एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करवा रिमोटली एक्सेस के जरिए खातों से रुपए उड़ाए जा रहे।

ऐसे बचें फ्रॉड से

- फ्रॉड द्वारा पूछे जाने पर कतई बैंक की डिटेल शेयर न करें।

- कोडेड मैसेज शेयर करने पर आप तुरंत ठगी के शिकार हो सकते हैं।

- इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए अपुष्ट स्त्रोतों से आने वाले कोडेड मैसेज को कतई फॉरवर्ड न करें, ऐसा करने से आप तुरंत ठगे जा सकते हैं, विशेष परिस्तिथि में तत्काल अपने बैंक शाखा से संपर्क कर इसकी जानकारी दें।

-इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कोई भी ऑनलाइन या मैसेज से प्राप्त लिंक या नंबर को कतई फॉरवर्ड न करें ऐसा करने से आप तुरंत ठगी के शिकार हो सकते है।

-फ्रॉड की जानकारी या संदेह होते ही पुलिस को सूचना दें।