रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में एक के बाद मोबाइल चोरी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इन मोबाइल चोरों का नेटवर्क नेपाल से जुड़ा है। यह चौंकाने वाला खुलासा मोबाइल चोरी के अपराध में पुलिस कस्टडी में आए दो चोरों ने किया है। चोरों ने जो पुलिस को बताया उसने सभी की नींद उड़ा दी है। नेपाल, बिहार और यूपी के गैंग झारखंड में मोबाइल चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इनका एक गिरोह रांची और आसपास में नेटवर्क बनाने में लगा है। गिरोह का सदस्य चोरी के लिए पहले रेकी करता है, और फिर पूरी योजना के साथ कांड को अंजाम दिया जाता है। चोरी किए मोबाइल फोन जल्द से जल्द खपा दिए जाते हैं। नेपाल, असम, बिहार और यूपी में मोबाइल फोन को ठिकाने लगाया जाता है। करीब दो महीने पहले हिनू की एक मोबाइल दुकान से हुए लाखों रुपए के फोन की चोरी मामले में डोरंडा पुलिस दो युवकों को नेपाल से गिरफ्तार की है। उन्हीं दोनों ने पुलिस को कई जानकारियां दी हैं।

कबाड़ीवाला करता है रेकी

मोबाइल फोन चोरी करने से पहले गिरोह के सदस्य फुलप्रूफ प्लान बनाते हैं। कांड को अंजाम देने वाली जगह की अच्छी तरह से रेकी की जाती है। इसके लिए गिरोह का सदस्य कबाड़ी का काम करता है। घर-दुकान घूम कर ये लोग वहां की स्थिति का जायजा लेते हैं। गिरोह के कुछ सदस्य मजदूर, फेरीवाला, पेंटर आदि बनकर घर और दुकान की रेकी करते हैं। इस दौरान ही चोरी कैसे करनी है इसकी भी प्लानिंग तैयार कर लेते हैं। दुकान में कैसे अंदर जाना है और कांड को कैसे अंजाम देकर निकलना है इसकी पूरी प्लानिंग तैयार हो जाती है। पांच सदस्यों के गिरोह में दो सदस्य अरेस्ट किए गए हैं। रांची पुलिस ने नेपाल बार्डर और असम से दो चोर तूफानी अंसारी व अमृतेश को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में दोनों ने मुन्ना नामक व्यक्ति के पास सभी मोबाइल फोन होने की बात कही है। बताया कि इनका एक टीम लीडर है जो कबाड़ी बेचता है। टीम लीडर ने उन दोनों को आठ हजार रुपए पर हायर किया था। उसके अंदर करीब आठ से दस लोग हैं, जो अलग-अलग इलाकों में रेकी करते हैं।

30 लाख का मोबाइल उड़ाया

डोरंडा थाना क्षेत्र स्थित ई-वल्र्ड मोबाइल दुकान से करीब दो महीने पहले 30 लाख रुपए के मोबाइल फोन की चोरी हुई थी। दुकान के ओनर वसीम ने बताया कि लगभग दो महीने से थाने का चक्कर लगाकर हालत खराब हो गई है। अब जाकर दो चोर पुलिस के हाथ लगे हैं। वहीं, डोरंडा थाना प्रभारी ने बताया कि कांड में शामिल दो लोगों को अरेस्ट किया गया है। चोरी के मास्टरमाइंड अमृतेश को गुवाहाटी से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की पूछताछ में इनलोगों ने बताया कि चोरी के मोबाइल नेपाल में बेच दिए हैं। इसके बाद सभी गुवाहाटी में रह रहे थे। रांची पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद लेकर कुछ अपराधियों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर रखा था। टेक्निकल सेल की मदद से ही पुलिस को चोरों तक पहुंचने में सफलता मिली है। चोरों ने बताया कि बिहार के चंपारण, रक्सौल से होते हुए नेपाल के वीरगंज पहुंचे, जहां सभी मोबाइल को बेच दिया गया।

12 लाख के मोबाइल फोन चोरी

करीब दो महीने बाद पुलिस चोरी के सिर्फ एक कांड को सुलझाने के रास्ते में एक कदम आगे बढ़ी है। इधर चोरों ने रांची पुलिस को एक और चुनौती दे डाली। हिनू के बाद कांटाटोली के मोबाइल दुकान में चोरों ने हाथ साफ किया है। दुकानदार अफरोज ने लोअर बाजार थाना में इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, लगभग 12 लाख रुपए की लागत के सौ से अधिक मोबाइल फोन चोरी कर लिए गए हैं। चोरों ने दुकान का शटर काटकर कांड को अंजाम दिया। इससे पहले भी कांटाटोली की दो मोबाइल दुकान से लाखों रुपए के मोबाइल फोन चोरी हो चुके हैं। पुलिस को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।