- 43 भवनों को सील करने का आया है आदेश

- मेयर ने पार्षदों का किया समर्थन

- 50 साल पुरानी इमारतें होने की बात कहते हुए फैसला वापस लेने की मांग

रांची: रांची नगर निगम में बुधवार को बोर्ड की बैठक हुई। बैठक में बड़ा तालाब के चारों तरफ बने 43 भवनों को सील करने का मुद्दा छाया रहा। कई पार्षदों ने रांची नगर निगम के इन भवनों को सील करने के फैसले का विरोध करते हुए हंगामा किया। इसके बाद मेयर आशा लकड़ा ने भी इसका विरोध किया। कहा कि बड़ा तालाब के चारों तरफ बने अधिकतर भवन तकरीबन 50 साल पुराने हैं। ऐसे में इन भवनों को तोड़ने का फैसला उचित नहीं है। मेयर ने जब इस फैसले के विरोध में आवाज उठाने और इसे वापस कराने का आश्वासन दिया तब पार्षद शांत हुए।

पार्षद एहतेशाम ने उठाया मामला

दरअसल, बोर्ड की मी¨टग सुबह 11 बजे नगर निगम के सभागार में शुरू हुई। बैठक में नगर आयुक्त मुकेश कुमार नहीं थे। बैठक शुरू होते ही वार्ड नंबर 21 के पार्षद मो एहतेशाम ने 43 भवनों को सील किए जाने के फैसले का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि छोटा तालाब के आसपास के कुछ मकानों को भी इसमें शामिल कर लिया गया है। जबकि, इधर अतिक्रमण है ही नहीं। इस पर हंगामा शुरू हो गया और इस फैसले के वापस लेने की मांग की गई। इस पर मेयर ने भी पार्षदों का साथ दिया और कहा कि निगम को अपने निर्णय पर दोबारा विचार करना चाहिए। भवन मालिकों की बात भी सुननी चाहिए, उन्हें रियायत देनी चाहिए।