रांची: सिटी के लोगों ने लॉकडाउन पीरियड में भी अपनी जिम्मेवरी का बखूब निर्वाह किया है। भले इनकम के सोर्स बंद थे, लेकिन लोगों ने रांची नगर निगम में अपना टैक्स समय पर जमा किया। बीते दो महीने में निगम क्षेत्र में रहने वाले लगभग 25 हजार लोगों ने रांची नगर निगम को पांच करोड़ रुपए होल्डिंग टैक्स के रूप में भुगतान किया है। अब भी लोग लगातार टैक्स जमा कर रहे हैं। ऑनलाइन टैक्स का भुगतान करने पर नगर निगम 10 परसेंट छूट दे रहा है, जिसे देखते हुए ज्यादा लोग ऑनलाइन ही टैक्स जमा कर रहे हैं। नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार लगभग दो करोड़ रुपए ऑनलाइन जमा हुए हैं। वहीं कुछ लोग नगर निगम के ऑफिस आकर भी टैक्स जमा कर रहे हैं तो कुछ श्री पब्लिकेशन के टैक्स कलेक्टर के माध्यम पैसा जमा कर रहे हैं।

सुविधा देने में नगर निगम फेल

जिस तरह शहर के लोग नगर निगम को टैक्स देने में कोताही नहीं बरत रहे हैं वहीं इसके ठीक उलट नगर निगम आम लोगों को सुविधा देने में फेल साबित हुआ है। नगर निगम के अंदर चल रही खटपट के कारण न तो सिटी का विकास हो रहा है और न ही आम लोगों को निगम से कोई सुविधा मिल रही है। नगर निगम अपना बेसिक काम साफ-सफाई, दवा का छिड़काव और फॉगिंग भी नहीं करा पा रहा है। निगम की ओर से लगातार दो अभियान चलाए गए लेकिन दोनों बार में सिर्फ कुछ इलाकों की सफाई कर अभियान समाप्त कर दिया गया। कई गलियों, मोहल्लों और कॉलोनियों में अब भी कचरा और गंदगी का अंबार लगा है। नाली जाम रहने से गंदा पानी रोड पर बह रहा है। कुछ इलाकों में नाली सफाई का काम हुआ लेकिन वह भी सिर्फ खानापूर्ति ही हुई।

विकास के भी नहीं हुए काम

रांची नगर निगम की स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में चार महीने पहले ही वेंडिंग जोन, नाइट मार्केट, फूड जोन आदि बनाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन इस दिशा में कोई काम आगे नहीं बढ़ा। बीते तीन महीने में वेंडिंग जोन निर्माण के नाम पर अधिकारी अब पिस्का मोड़ का निरीक्षण ही कर सके हैं। बीते दिन हुई स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में शहर के सौंदर्यीकरण, पार्क निर्माण और मरम्मती के लिए दस करोड रुपए, सड़क निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए समेत सॉलिड वेस्ट मैनजेमेंट और सिटी को पॉल्यूशन फ्री बनाने की दिशा में भी निर्णय लिये गये थे। लेकिन फिलहाल सभी फाइलों में बंद हैं। कोरोना काल और लॉकडाउन के नाम पर नगर निगम सिटी के डेवलपमेंट में कुछ काम नहीं कर सका है। जबकि लॉकडाउन के दौरान ही आम लोगों पर प्रेशर बना कर एवं छूट का लालच देकर निगम टैक्स निकलवाने में सफल रहा है।

1000 ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदारी भी भूला

स्टैंडिंग कमिटी की ही बैठक में बढ़ते कोरोना के प्रकोप को देखते हुए नगर निगम की ओर से भी कई अहम फैसले हुए थे, जिसमें 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर, 02 एंबुलेंस, 01 मोक्ष वाहन, 05 फॉगिंग मशीन की खरीदारी का भी निर्णय लिया गया। कोरोना के प्रकोप को धीमा पड़ते ही नगर निगम अपने सभी डिसीजन भूल गया। इस संबंध में वार्ड पार्षद अरुण झा ने बताया कि बीते 19 अप्रैल को ही स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में कई अहम निर्णय लिये गए थे। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल भी नहीं हुई। वार्ड ऑफिस में पेरासिटामोल, विटामिन सी और मल्टीविटामिन की दवा उपलब्ध कराने पर भी विचार हुआ था, वह भी अवेलेबल नहीं कराया गया।