रांची(ब्यूरो)। रांची नगर निगम वसूली में हीरो और फैसिलिटीज देने में जीरो साबित हो रहा है। जी हां, रांची नगर निगम सिटी के लोगों से टैक्स वसूली में राज्य भर में नंबर वन रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में सिटी के 1.80 लाख लोगों ने कुल 59 करोड़ टैक्स जमा किया है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर उन्हें कुछ खास नहीं मिल रहा है। जनता ने अपनी ओर से निगम पर खूब दरियादिली दिखाई है। लेकिन, नगर निगम का इसके बावजूद सिटी के लोगों को सुविधाएं देने का कोई ख्याल ही नहीं है।

टैक्स वसूली में आरएमसी नंबर-1

निगम ने अब तक का सबसे अधिक टैक्स वसूला। इसके साथ पूरे राज्य में रांची नगर निगम सबसे अधिक टैक्स वसूलने वाले निगम की सूची में टॉप पर आ गया। दूसरे स्थान पर धनबाद नगर निगम रहा। वहां 18 करोड़ रुपए होल्डिंग टैक्स आया, जबकि तीसरे स्थान पर 8 करोड़ रुपए टैक्स वसूलकर देवघर नगर निगम रहा।

11 करोड़ ऑनलाइन आए

शहर के लोगों ने रांची नगर निगम को ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से होल्डिंग टैक्स का पैसा जमा किया है। नगर निगम द्वारा जनता को अधिक से अधिक पैसा समय पर देने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध कराई गई, जिसका फायदा भी शहर के लोगों ने उठाया है। 1 साल में कुल 40 हजार लोगों ने करीब 11 करोड़ रुपए होल्डिंग टैक्स का भुगतान ऑनलाइन मोड में किया। ऑनलाइन टैक्स देने पर 5 से 10 परसेंट छूट मिलती है।

सुविधाओं का है टोटा

इतना अधिक टैक्स वसूलने के बावजूद रांची नगर निगम की ओर से जनता को सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है। पार्कों में फ्री -एंट्री का प्रस्ताव था, पर लोगों को एंट्री फीस देनी पड़ रही है। शहर की गलियों में नगर निगम को लाइट लगवानी थी, लेकिन जो लाइट लग गई उसमें से अधिकतर खराब हो गई हैं और अब निगम का ध्यान नहीं है। जिस तरह शहर के लोग नगर निगम को टैक्स देने में कोताही नहीं बरत रहे हैं। वहीं इसके ठीक उलट नगर निगम आम लोगों को सुविधा देने में फेल साबित हुआ है। नगर निगम के अंदर चल रही खटपट के कारण न तो सिटी का विकास हो रहा है और न ही आम लोगों को निगम से कोई सुविधा मिल रही है। नगर निगम अपना बेसिक काम साफ-सफाई, दवा का छिड़काव और फॉगिंग भी नहीं करा पा रहा है। निगम की ओर से लगातार दो अभियान चलाए गए, लेकिन दोनों बार में सिर्फ कुछ इलाकों की सफाई कर अभियान समाप्त कर दिया गया। कई गलियों, मोहल्लों और कॉलोनियों में अब भी कचरा और गंदगी का अंबार लगा है। नाली जाम रहने से गंदा पानी रोड पर बह रहा है। कुछ इलाकों में नाली सफाई का काम हुआ लेकिन वह भी सिर्फ खानापूर्ति ही हुई।

नाइट मार्केट वेंडिंग जोन भी कागज पर

रांची नगर निगम ने वेंडिंग जोन, नाइट मार्केट, फूड जोन आदि बनाने का निर्णय लिया गया था। लेकिन इस दिशा में कोई काम आगे नहीं बढ़ा। शहर के सौंदर्यीकरण, पार्क निर्माण और मरम्मती के लिए दस करोड़ रुपए, सड़क निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए समेत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सिटी को पॉल्यूशन फ्री बनाने की दिशा में भी निर्णय लिए गए थे। लेकिन फिलहाल सभी फाइलों में बंद हैं। कोरोना काल और लॉकडाउन के नाम पर नगर निगम सिटी के डेवलपमेंट में कुछ काम नहीं कर सका है।